'क्राइम कैपिटल' बना अलीगढ़!
अपराध पर अंकुश लगाने में जुटी अलीगढ़ पुलिस ने पिछले 12 माह में ।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अपराध पर अंकुश लगाने में जुटी अलीगढ़ पुलिस ने पिछले 12 माह में भले ही पांच बदमाश मार गिराए, कई अस्पताल पहुंचाए, लेकिन इस दौरान हुए अपराधों की संख्या कम नहीं। देशभर में ताला नगरी के नाम से प्रसिद्ध अलीगढ़ क्राइम कैपिटल में बदलता जा रहा है। कभी अलीगढ़ के पड़ोसी जनपदों में भी यही स्थिति थी, जहा आए दिन कोई न कोई क्राइम सुर्खियों में आता रहता था। लेकिन वर्तमान में अलीगढ़ क्राइम के मामले में मंडल के चारों जनपदों में अव्वल है।
कॉलेज की दहलीज पर 'खौफ'
शहर के स्कूल और कॉलेजों में मनचले और दिलफेंक आशिक मिजाज लोग लड़कियों को छेड़ते देखे जा सकते हैं। वहा की सुरक्षा व्यवस्था दिखावे के लिए तो बहुत है, परन्तु वास्तविकता में कुछ और ही नजर आती है। कॉलेज के गेट पर ही मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है। कोई भी राहगीर छेड़खानी के समय जोखिम उठाने से डरता है। वहीं, छात्राओं की चुप्पी और डर बदमाशों को शह देती है।
खतरे में 'सीनियर सिटीजन'
वरिष्ठ नागरिकों के साथ जिस प्रकार अपराधियों ने व्यवहार अपनाया हुआ है, उसे आज तक पुलिस संभाल नहीं सकी। आए दिन किसी न किसी वरिष्ठ नागरिक की उसकेघर पर ही हत्या हो जाती है और पुलिस को खबर तक नहीं मिलती। बीते वर्ष क्वार्सी क्षेत्र के विष्णुपुरी में 70 साल के रिटायर बैंककर्मी कुंजबिहारी की चाकू से गोदकर हत्या की गई। देहात क्षेत्रों में भी ऐसी कई वारदातें हुई, जिनमें वरिष्ठ नागरिकों को निशाना बनाया गया। जबकि सीनियर सिटीजन मेंटीनेंस प्रोटेक्शन एंड वेलफेयर बिल 2006 के नियम 9 (1) के तहत थाना पुलिस अपने क्षेत्रों में सभी वरिष्ठ नागरिकों का रिकार्ड मेंटेन करेगी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। मगर ऐसा हो नहीं रहा।
2017 की अपराध समीक्षा
जनपद, हत्या, चोरी, डकैती, लूट, वाहन चोरी, अपहरण, दुष्कर्म
अलीगढ़, 126, 163, 15, 169, 962, 11, 85
एटा, 65, 589, 7, 74, 419, -, 46
कासगंज, 50, 81, -, 22, 209, 9, 37
हाथरस, 49, 143, 14, 55, 293, 6, 57
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अपराधिक घटनाओं में कमी आई है। वहीं, अपराधियों में पुलिस का खौफ भी बढ़ा है। खौफ बरकरार रहे, यही प्रयास किए जा रहे हैं।
अजय साहनी, एसएसपी
इनसर्ट ..
2018 में मई तक जिले में हुए अपराध
डकैती 4
लूट 25
बलात्कार 18