'देशद्रोही का फैसला जनता करे, सरकार नही'
जो व्यक्ति सरकारी नीतियो के खिलाफ आवाज उठा रहा है, उसे देशद्रोही करार दिया जा रहा है। कन्हैया कुमार व उमर खालिद पर भी सवाल उठाए गए। देशद्रोही का फैसला जनता करे, न कि सरकार।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : जो व्यक्ति सरकारी नीतियो के खिलाफ आवाज उठा रहा है, उसे देशद्रोही करार दिया जा रहा है। कन्हैया कुमार व उमर खालिद पर भी सवाल उठाए गए। देशद्रोही का फैसला जनता करे, न कि सरकार। मंगलवार को एआइएसएफ के राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत व जेएनयू की छात्र नेत्री दीपशिखा सिंह ने यही दलील पत्रकारो के आगे रखी। कहा, जेएनयू छात्र नजीब के मामले मे सीबीआइ जांच मे पारदर्शिता व निष्पक्षता नही दिख रही। केद्र सरकार तानाशाही पर उतर आई है। हक की आवाज उठाने वाली जगहे खत्म की जा रही है। इसीलिए, वर्ष 2018 को आल इंडिया स्टूडेट फेडेरेशन(एआइएसएफ) विमर्श और संघर्ष के रूप मे मनाएंगे, लोगो को जागरूक करेगे। दीपशिखा सिंह ने कहा कि शैक्षिक भ्रष्टाचार से सामाजिक पतन हो रहा है। गाय के नाम पर इंसानियत का कत्ल होने व लव जिहाद के नाम पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया। उन्होने गोरखपुर मे बच्चो की मौत को प्रशासनिक हत्या करार दिया। राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत ने युवाओं को साजिशन शिक्षा व रोजगार से दूर करने और किसानो व मजदूरो के हक की अनदेखी का आरोप लगाया।
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एआइएसएफ जिलाध्यक्ष भी उठाएंगे नए विवि का मुद्दा
अलीगढ़ : एआइएसएफ के जिला सम्मेलन मे संगठन को मजबूत करते हुए जिला इकाई का गठन भी किया गया। पान दरीबा कार्यालय मे हुए सम्मेलन मे जेएनयू की छात्र नेता दीपशिखा सिंह ने संगठन का इतिहास बताते हुए इसकी विचारधारा व गतिविधियो से जुड़ने की वजहे गिनाईं। एआइएसएफ के नेशनल काउंसिल मेबर धीरेद्र कुमार आजाद ने शहीद भगत सिह व सावित्रीबाई फुले के राष्ट्र निर्माण व सामाजिक कार्यो पर चर्चा की। राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत ने भी कई मुद्दो पर चर्चा की। एएमयू के प्रो. सुहेब शेरवानी ने शिक्षा के बाजारीकरण व निजीकरण पर छात्रो को चेताया। विरोध करने की सलाह भी दी। सीपीआइ के राज्य सचिव डॉ. गिरीश ने छात्रो को संगठन से जुड़ने की प्रेरण दी। जिला इकाई मे जितेद्र आर्य अध्यक्ष, रजत सिह व मोहम्मद जेन सुलेमान उपाध्यक्ष, विशाल कुमार व कुणाल कुमार सयुक्त सचिव, सचिन राजपूत को कोषाध्यक्ष चुना गया। पाच कार्यकारिणी सदस्य भी चुने गए है। जिलाध्यक्ष जितेद्र आर्य ने छात्रो की समस्याओं व नए विश्र्वविद्यालय का मुद्दा पूरी गंभीरता से उठाने का एलान किया। यहां अजीत कुमार, राहुल कुमार आदि मौजूद रहे।