pollution : धूप खिलने व हवा चलने से घट गया वायु प्रदूषण,मंडलायुक्त को सौंपी रिपोर्ट Aligarh news
रेस्परेबल सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (आरएसपीएम) 84.72 माइक्रोन प्रतिघन मीटर कम हो गया। सोमवार को 256.72 प्रतिघन मीटर था। जेएन मेडिकल कॉलेज में सांस के रोगी भी कम पहुंचे।
अलीगढ़ (जेएनएन) : कई दिन से आसमान में छाई धुंध से मंगलवार को लोगों को कुछ राहत मिली। धूप खिलने व हवा चलने से धुंध कम हुई। इसका असर ये रहा कि रेस्परेबल सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (आरएसपीएम) 84.72 माइक्रोन प्रतिघन मीटर कम हो गया। सोमवार को 256.72 प्रतिघन मीटर था। जेएन मेडिकल कॉलेज में सांस के रोगी भी कम पहुंचे।
आंखों में जलन की शिकायत
27 अक्टूबर से छाई धुंध व कार्बन डाई ऑक्साइड से हवा जहरीली हो गई थी। इस दिन आरएसपीएम 262.48 माइक्रोन प्रतिघन मीटर पहुंचा था, आंखों में जलन की शिकायत थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निर्माणाधीन सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों पर गौर करें तो आरएसपीएम 100 माइक्रोन प्रतिघन मीटर होना चाहिए। एक नवंबर को 240 माइक्रोन प्रतिघन मीटर था, जो सोमवार को 256.72 माइक्रोन प्रतिघन मीटर हो गया। यानी 16 माइक्रोन प्रतिघन मीटर बढ़ था। पीएम-2.5 मंगलवार को 70.28 माइक्रोन प्रतिघन मीटर रहा। दो नवंबर को यह 78.12 था।
कमिश्नर ने किया तलब
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी रामगोपाल को मंगलवार को कमिश्नर अजयदीप सिंह ने तलब किया। क्षेत्रीय अधिकारी ने दीपावली से अब तक की पीएम-10 व 2.5 की रिपोर्ट भी मंडलायुक्त को सौंपी। मंडलायुक्त ने 11 नवंबर को होने वाली बैठक की तैयारियों की समीक्षा की। क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि धूप व हवा से आसमान में छाई धुंध छट गई है। इससे वायु प्रदूषण कम हुआ है।
मरीजों को भी राहत
मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के चेयरमैन प्रो. मोहम्मद शमीम ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते सांस मरीजों को राहत मिली है। मंगलवार को ओपीडी में संख्या कम रही। नए मरीज भी भर्ती कम हुए।