Move to Jagran APP

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : जन विश्‍वास यात्रा के बाद अब भाजपा सम्मेलनों से भरेगी जोश

जन विश्वास यात्रा के बाद भाजपा अब सम्मेलन की तैयारी में जुट गई है। संगठन में विभिन्न मोर्चा के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। जिसमें केंद्र और प्रदेश के नेता आएंगे। सम्मेलन के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 22 Dec 2021 08:07 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jan 2022 12:10 AM (IST)
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : जन विश्‍वास यात्रा के बाद अब भाजपा सम्मेलनों से भरेगी जोश
जन विश्वास यात्रा के बाद भाजपा अब सम्मेलन की तैयारी में जुट गई है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जन विश्वास यात्रा के बाद भाजपा अब सम्मेलन की तैयारी में जुट गई है। संगठन में विभिन्न मोर्चा के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। जिसमें केंद्र और प्रदेश के नेता आएंगे। सम्मेलन के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी। मंगलवार को सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में सम्मेलन की रणनीति बनाई गई।

loksabha election banner

राजस्‍थान के जिला प्रवासी पदाधिकारी भरेंगे जोश

राजस्थान से आए जिला प्रवासी पदाधिकारी ऋषि बंसल ने कहा कि चुनाव से पहले सम्मेलन कार्यकर्ताओं को ऊर्जा प्रदान करेंगे। इसमें पूरी ताकत से जुट जाएं। विभिन्न मोर्चा के अध्यक्ष और प्रभारी बैठक और संपर्क तेज कर दें। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को बरला में किसान मोर्चा का सम्मेलन आयोजित किया गया है। 24 को इगलास में ओबीसी और 29 दिसंबर को अतरौली में युवा मोर्चा का सम्मेलन आयोजित किया गया है। महिला मोर्चा का सम्मेलन कोल विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। सूबे के वित्त राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि सम्मेलन में पूरी ताकत लगा दें। राजस्थान से आए विधायक कन्हैया लाल चौधरी और राजकुमार मीणा ने कहा कि विधानसभा क्षेत्रों में संपर्क करना प्रारंभ कर दें। रथ यात्रा की सफलता की तरह ही आगामी सभी कार्यक्रमों को जोरदारी से करना है। जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह और महानगर अध्यक्ष डा. विवेक सारस्वत ने आभार जताया। बैठक में शहर विधायक संजीव राजा,कोल अनिल पाराशर, छर्रा ठा. रवेंद्र पाल सिंह, खैर अनूप प्रधान, इगलास राजकुमार सहयोगी मौजूद थे।

भाजपा को चुनाव रैलियों में नहीं देंगे बस

अलीगढ़ । मिनी आपरेटर्स एसोसिएशन, अलीगढ़ के कार्यकर्ता मंगलवार को धरने पर उतर आए। उन्होंने आरटीओ में सभी बसें खड़ी कर दीं। ऐलान किया कि भाजपा की चुनाव रैलियों में वो किसी भी सूरत में बसें नहीं देंगे। आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों में किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी समस्या नहीं सुनी। बस आपरेटर्स और उनसे जुड़े लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.