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Achievement : बायो गैस के बाद अब कान्हा गोशाला में गोबर से बनने लगा गोकाष्ठ Aligarh news

नगर निगम की आगरा रोड स्थित कान्हा गोशाला में गोबर से गोकाष्ठ बनना शुरू हो गया है। इसके लिए यहां मशीन लगाई गई है। गोशाला में बायोगैस प्लांट पहले से स्थापित है जिससे बिजली उत्पादन होता है। अब गोकाष्ठ भी उपलब्ध होगा।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 03:59 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 04:01 PM (IST)
Achievement : बायो गैस के बाद अब कान्हा गोशाला में गोबर से बनने लगा गोकाष्ठ Aligarh news
नगर आयुक्त ने शुक्रवार को गोशाला का निरीक्षण कर गोकाष्ठ बनते देखा।

अलीगढ़, जेएनएन : नगर निगम की आगरा रोड स्थित कान्हा गोशाला में गोबर से गोकाष्ठ बनना शुरू हो गया है। इसके लिए यहां मशीन लगाई गई है। गोशाला में बायोगैस प्लांट पहले से स्थापित है, जिससे बिजली उत्पादन होता है। अब गोकाष्ठ भी उपलब्ध होगा। नगर आयुक्त ने शुक्रवार को गोशाला का निरीक्षण कर गोकाष्ठ बनते देखा।

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ढाई सौ गायों के गोबर होते हैं जमा

नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि कान्हा गोशाला में प्रतिदिन 250 गायों को गोबर जमा होता है। बायोगैस के अलावा इस गोबर से गोकाष्ठ बनाया जाएगा। पिछले दिनों अलीगढ़ दौरे पर आए लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव ने गोशाला के निरीक्षण के दौरान गोशाला से निकलने वाले गोबर का अधिक से अधिक उपयोग करने के निर्देश दिए थे। तब गोबर से विद्युत उत्पादन के साथ गोकाष्ठ बनाने का निर्णय लेकर इसके प्रयास शुरू कर दिए थे। गुरुवार को गोकाष्ठ बनाने की मशीन पंजाब से मंगाई गई, जिसे गोशाला में स्थापित करा दिया गया है। इस मशीन की मदद से गोकाष्ठ बनाया जाएगा। जिसका प्रयोग ईंधन की रूप में किया जा सकेगा। दाह-संस्कार के लिए गोकाष्ठ का उपयोग किया जा सकता है।

आधुनिक सुविधाओं से लैस है गोशाला

नगर आयुक्त ने कहा निश्चित रूप से नगर निगम की कान्हा गोशाला प्रदेश की आधुनिक सुविधाओं से लैस गोशाला है। गोकाष्ठ बनाने वाली यह प्रदेश की पहली गोशाला बन गई है। आने वाले दिनों में इस गोशाला को पिकनिक प्वाइंट के साथ आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस बनाने का प्रयास किया जाएगा। गोशाला के सामने नगर निगम की काफी भूमि खाली पड़ी है, यहां गोवंश के विचरण के लिए व्यवस्था की जाएगी। पौधरोपण किया जाएगा। गोशाला में गाेवंश की देखभाल के लिए पर्याप्त कर्मचारी हैं। पशु चिकित्सक की व्यवस्था भी है। गोवंश के बीमार होने पर तत्काल उपचार दिया जाता है।


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