आखिरकार एएमयू में छात्र-छात्राओं को क्यों मारी गई लाठी ? छात्राएं भी हुई बेहोश
एएमयू में दाखिले की मांग को लेकर शनिवार को बाबे सैयद पर धरना दे रहे छात्र-छात्राओं पर प्रोक्टोरियल टीम ने लाठी मार दी। इससे चार छात्राएं भी बेहोश हो गई।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू में दाखिले की मांग को लेकर शनिवार को बाबे सैयद पर धरना दे रहे छात्र-छात्राओं और प्रॉक्टोरियल टीम में खूब धक्का-मुक्की हुई। लाठी लगने से एक छात्र जख्मी हो गया, उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। चार छात्राएं भी बेहोश हो गई। इस घटना के बाद फिर छात्र धरने पर बैठ गए।
कुलपति से वार्ता विफल
छात्रों की मांग है कि उन्हें 11वीं में सेल्फ फाइनेंस में दाखिला दिया जाए। इंतजामिया इसके लिए राजी नहीं हैं। 80 फीसदी बाहरी छात्रों को ही दाखिला दिया गया है। इस मांग को लेकर छात्र कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। शाम को भी बॉबे सैयद पर पहुंच गए। कुलपति के साथ उनकी मीटिंग भी हुई लेकिन वह संतुष्ट नहीं हुए।
एएमयू प्रॉक्टोरियल टीम ने किया लाठी चार्ज
छात्रों का आरोप है कि धरने पर बैठे छात्रों पर प्रॉक्टोरियल टीम ने लाठी चार्ज किया। इसमें शारिक जख्मी हो गया। छात्राओं के साथ महिला सुरक्षा गार्ड ने धक्का-मुक्की की। उन्हें खींचकर हटाया गया। इसमें इरम, अलीना, रुकैया व समाया बेहोश हो गई। सभी को यहां से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। अलीना ने बताया कि वह फिर से बाबे सैयद पर आ गई हैं। शारिक के सिर में डंडा लगा है, वह अस्पताल में ही है।
पंद्रह फीसद से कम अंक वालों को नहीं मिलेगा प्रवेश
प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान ने बताया कि कुलपति, सह कुलपति, रजिस्ट्रार के साथ छात्रों की शाम को मीटिंग हुई थी। छात्रों से साफ कह दिया कि प्रवेश परीक्षा में 15 फीसद से कम अंक लाने वालों को दाखिला नहीं दिया जाएगा। छात्रों से पूछा भी कि अगर इससे कम अंक वालों को दाखिला मिला हो तो बताएं। प्रॉक्टर ने बताया कि धरने पर बैठे छात्रों को हटाया गया था, लाठी चार्ज नहीं किया है।