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Be alert त्योहार आते ही सक्रिय हुए मिलावटखोर खुद ही रहना होगा सजग Aligarh news

क्या खाएं..? क्या न खाएं..? ये सवाल हर आदमी की जुबान पर है। दीपावली के त्योहार पर महंगे दामों पर आने वाली खाद्य सामग्री भी विश्वसनीय नहीं रही। आटा दाल हो या मसाले सब्जी हों या फलदेसी घी या फिर सरसों का तेल कोई भी चीज इससे अछूती नहीं है।

By Parul RawatEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 03:40 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 03:40 PM (IST)
Be alert त्योहार आते ही सक्रिय हुए मिलावटखोर खुद ही रहना होगा सजग Aligarh news
मिलावट के नाम पर आदमी को सीधे जहर खिलाया जा रहा

अलीगढ़, जेएनएन :  क्या खाएं..? क्या न खाएं..? आजकल ये सवाल हर आदमी की जुबान पर है। दीपावली के त्योहार पर महंगे दामों पर आने वाली खाद्य सामग्री भी विश्वसनीय नहीं रही। आटा, दाल हो या मसाले, सब्जी हों या फल, मिठाई हो या दूध, पनीर, देसी घी या फिर सरसों का तेल, कोई भी चीज इससे अछूती नहीं है। मिलावट भी थोड़ी बहुत हो तो आदमी संतोष कर ले, लेकिन जब मिलावट के नाम पर आदमी को सीधे जहर खिलाया जाए तो ये गहन चिंता का विषय है। एफडीए ने मिलावटखोरों के खिलाफ मुहिम शुरू की है, मगर जनता को खुद भी सजग रहना होगा। जागरण ने लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया है। पेश है पहली किस्त... 

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मिलावट पर नजर

दूध : पानी, यूरिया, डिटर्जेंट, अरारोट, रिफाइंड, स्टार्च आदि।

आइसक्रीम : वॉशिग पाउडर, स्क्मिड पाउडर व सेकरीन।

चीनी : चॉक पाउडर।

शहद : पानी, चीनी का घोल।

चाय पत्ती : रंग वाली पत्तियां, यूज की गई चाय।

लाल मिर्च : ईंट का बुरादा, सूडान (लाल) रंग, डंठल आदि।

हल्दी : मैटलिक पीला रंग।

काली मिर्च: पपीते के बीज।

हींग : सोप स्टोन व मिट्टी।

धनिया : सूखा गोबर।

घी : वनस्पति, घी या मार्जरीन, आलू शकरकंद और दूसरे वसा।

सरसों तेल : आर्जीमोन व सस्ता पॉम ऑयल।

ये बरतें सावधानी

जब भी आप किसी दुकान पर सामान खरीदने जाएं तो देखें कि वह लाइसेंसी है या नहीं। ब्रांडेड या पैक्ड सामान ही खरीदें। पैक्ड सामान की लेबलिंग देखें कि यह भी देखें कि वह मियाद निकली तो नहीं है। आइएसआइ मार्का देखकर ही सामान खरीदें, जो भारतीय मानक ब्यूरो (बीएसआइ) क्वालिटी व विश्वसनीयता के आधार पर कंपनी को देता है। यह मार्क फलों, सब्जियों, मसाले आदि पर दिया जाता है। एग मार्क लगी हुई चीजें गुणवत्ता व शुद्धता का प्रतीक होती हैं। यह खासतौर पर घी, तेल और मसालों पर होती है। किसी ब्रांडेड आइटम की गुणवत्ता या शुद्धता पर शक हो, तो आप उसके पैकेट पर छपे कंपनी के फोन नंबर या पते पर जाकर संपर्क कर सकते हैं। खरीदे गए सामान की रसीद जरूर लें। 

एफडीए ने जब्त की 611 किलो सामग्री जब्त 

डीएम के निर्देश पर एफडीए की तीन टीमों ने नवरात्र व दशहरा पर्व के मद्देनजर 15 से 24 अक्टूबर तक अभियान चलाया। तीन टीमों ने शहर व देहात में छापेमारी की। इस दौरान कुल 64 सैंपल लिए गए। वहीं, दूध, फेट समेत 611 किलो खाद्य सामग्री सीज कर दी गई। 

कई स्थानों पर छापेमारी, भरे नमूने

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय प्रधान के नेतृत्व में खोवा मंडी अचल ताल पर छापेमारी की गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ओमवीर सिंह, जसप्रीत कौर, प्रमोद कुमार यादव व प्रभु चौधरी ने नीरज से खोवा का नमूना व विनोद कुमार सैनी से पनीर का नमूना लिया। भदेशी रोड स्थित प्रकाश चंद की दुकान से सरसों का तेल व बेसन का नमूना, महेंद्र नगर स्थित बाबा नाती किराना स्टोर से नमकीन व कचरी का नमूना भरा।

इनका कहना है

दशहरा के बाद अब दीपावली तक मिलावटी वस्तुओं की बिक्री रोकने के लिए शहर से लेकर देहात तक छापेमारी अभियान चलेगा। इस बार निर्माण ईकाइयों पर फोकस रहेगा। जरूरत के हिसाब से टीमों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। यदि आमजन मिलावटी वस्तुअों के संबंध में कोई सूचना देना चाहे तो कार्यालय में संपर्क कर सकता है। उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा। जनता की सेहत से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। 

- सर्वेश मिश्रा, अभिहित अधिकारी, एफडीए।


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