Three Tier Panchayat Elections : सभी पदों पर एक साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने को प्रशासन ने कमर कसी Aligarh News
इस बार निर्वाचन विभाग सभी पदों पर एक साथ चुनाव कराने की तैयारी में है। इसी के हिसाब से बूथों तय किए गए है। हालांकि अभी इसको लेकर कोई लिखित में आदेश नहीं आया है। फिलहाल प्रशासन का जोर गुणवत्ता परख मतदाता सूची तैयार करने पर है।
अलीगढ़, जेएनएन। इस बार निर्वाचन विभाग सभी पदों पर एक साथ चुनाव कराने की तैयारी में है। इसी के हिसाब से बूथों तय किए गए है। हालांकि, अभी इसको लेकर कोई लिखित में आदेश नहीं आया है। फिलहाल प्रशासन का जोर गुणवत्ता परख मतदाता सूची तैयार करने पर है। पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन की तैयारियां जोरों पर चल रहा है। इस बार सभी पदों पर एक साथ चुनाव कराने की तैयारी चल रही है। वजह है कि इस बार बूथों पर मतदाताओं की संख्या कम कर दी गई है। पिछले बार जहां एक हजार वोट पर एक बूथ बनाया गया था, वहीं इस बार 800 वोटों पर एक बूथ बनाया जा रहा है। ऐसे में अनुमान है कि ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चार पदों पर मतदान एक साथ होगा। फिलहाल मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है। बीएलओ से सत्यापित सूची कंप्यूटर पर दर्ज की जा रही है।
कम की वोटों की संख्या
2015 में अंतिम बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हुए थे। दो बार यह चुनाव संपन्न कराए गए थे। इसमें पहली बार जिला पंचायत सदस्य व बीडीसी का चुनाव हुआ था। वहीं, दूसरी बार में प्रधान व पंचायत सदस्य के वोट पड़े थे। ऐसे में करीब तीन से चार महीने इस पूरी प्रक्रिया में लग गए थे। इस बार कोरोना के चलते इन चुनावों में देरी हो रही है। ऐसे में निर्वाचन विभाग एक साथ सभी पदों पर चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। पंचायत चुनाव के लिए प्रशासन ने बूथ तय कर दिए है। इस बार इनकी संख्या में बड़ा बदलाव हुआ है। पिछले बार जहां एक हजार वोट पर एक बूथ बना था, वहीं इस बार 800 वोट पर बूथ बनाया गया है। ऐसे में जिले में बूथों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि, 28 ग्राम पंचायतों के नगरीय निकाय में तब्दील होने से मतदाताओं की संख्या जरूर कम हुई है।
हर पांच साल में बदलती है स्थिति
पिछले कई चुनावों से हर बार स्थिति बदल जाती है। 2000 में जहां सभी पदों पर एक साथ चुनाव हुए थे। वहीं, 2005 में दो बार अलग-अलग पदों पर चुनाव कराए गए। इसके बाद 2010 में फिर से एक साथ चुनाव हुए। 2015 में परिर्वतन कर फिर से अलग-अलग कर कर दिया। अब इस बार फिर से एक साथ चुनाव कराने की तैयारी हो गई है।
28 दिसंबर तक सूची होगी तय
फिलहाल मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है। इसमें बीएलओ डोर टू डोर जाकर वोट बना रहे हैं। जल्द ही इन संशोधित सूची को कंप्यूटर पर दर्ज किया जाएगा। 15 नवंबर से इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण होगा। फिर, 28 दिसम्बर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।
जिले में इतने पदों पर होने हैं चुनाव
- ग्राम प्रधान, 878
- जिला पंचायत सदस्य, 52
- क्षेत्र पंचायत सदस्य, 1054
एक नजर
- 2015 में जिले में कुल 1455 केंद्र व 2940 बूथ थे
- 2020 में अब 1395 केंद्र व 3035 बूथ की संख्या है
- 2015 में कुल 18.19 लाख मतदाता हैं
- 2020 में अब 16.97 लाख मतदाता हैं
- दो लाख मतदाता नगरीय निकाय में शामिल
इस बार निर्वाचन विभाग सभी पदों पर एक साथ चुनाव कराने की तैयारी में है। इसी के हिसाब से बूथों तय किए गए है। हालांकि, अभी इसको लेकर कोई लिखित में आदेश नहीं आया है। फिलहाल प्रशासन का जोर गुणवत्ता परख मतदाता सूची तैयार करने पर है।
कौशल कुमार, सहायक निर्वाचन अधिकारी