एनजीओ की शिकायत पर जागा प्रशासन, भट्ठे से 127 बंधुआ मजदूरों को कराया मुक्त Aligarh news
इगलास तहसील के गोरई क्षेत्र के गांव बांस बली में एक ईंट भट्ठा पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया है। मजदूरों द्वारा भट्ठा संचालक पर उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए दिल्ली के एक एनजीओ से शिकायत की गई थी।
अलीगढ़, जेएनएन : इगलास तहसील के गोरई क्षेत्र के गांव बांस बली में एक ईंट भट्ठा पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया है। मजदूरों द्वारा भट्ठा संचालक पर उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए दिल्ली के एक एनजीओ से शिकायत की गई थी। उक्त भट्ठे पर विगत दिनों एक किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी।
गोरई के समीप गांव बांस बली में भट्ठा पर थे मजदूर
श्रम प्रर्वतन अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि गोरई के समीप गांव बांस बली में राधा ईंट उद्योग के नाम से भट्ठा है। यहां कार्य करने वाले मजदूरों ने दिल्ली की एनजीओ जस्टीस रेंचर ऑफ इंडिया से शिकायत की थी। मजदूरों का आरोप था कि भट्ठा स्वामी समय से पैसों का भुगतान नहीं करता है और ऊपर से गाली गलौज करता है। वह भट्ठा स्वामी के उत्पीडऩ से परेशान हैं। एनजीओ के संचालक हनीफ उर्रहमान ने इस संबंध में नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन से शिकायत की। मंगलवार को डीएम चंद्रभूषण सिंह के निर्देश पर एसडीएम कुलदेव सिंह के नेतृत्व में तहसीलदार सौरभ यादव, नायब तहसीलदार प्रवेश कुमार, पुलिस टीम के साथ उन्होंने भट्ठा पर कार्रवाई की। इस दौरान मौके पर मिले 127 बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया गया। भट्ठा संचालक के सहयोग से सभी मजदूरों को उनके गांव नवादा (बिहार) में भेज दिया है। मौके पर संचालक द्वारा मजदूरों के भुगतान संबंधित कोई पर्याप्त साक्ष्य नहीं दिखाए गए हैं आगे की विधिक कार्रवाई भी की जा रही है।
विदित रहे कि विगत 29 मार्च को उक्त भट्ठा के कार्यालय में दलित मजदूर की नाबालिग बेटी के साथ संचालक के पुत्र के साले ने जबरन दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है।