एडीए ने आवंटियों से ले ली धनराशि, पर नहीं दिया कब्जा, फाइलें भी गायब
प्राधिकरण से करोड़ों रुपये की संपत्ति की दर्जनों फाइल की फाइल ही गायब हो गई हैं। इसी कारण कई आवंटियों से प्लॉटों के नाम से रकम तो ले ली, लेकिन अब तक उन्हें कब्जा तक नहीं दे पा रहे हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए)का इन दिनों बुरा हाल है। प्राधिकरण से करोड़ों रुपये की संपत्ति की दर्जनों फाइल की फाइल ही गायब हो गई हैं। इसी कारण कई आवंटियों से प्लॉटों के नाम से रकम तो ले ली, लेकिन अब तक उन्हें कब्जा तक नहीं दे पा रहे हैं। वह प्राधिकरण के चक्कर लगा-लगा के परेशान हैं। शिकायत के बाद अब उपाध्यक्ष का कार्यभार देखरेख डीएम चंद्रभूषण सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इसमें संपत्ति विभाग के कई कर्मचारी भी कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं।
कई कॉलोनी हुई थीं विकसित
एडीए ने करीब 10 साल पहले स्वर्ण जयंती नगर, स्वर्ण जयंती नगर विस्तार योजना, बरौला जाफराबाद व आवास विकास कॉलोनी के नाम से कई प्रोजेक्ट शुरू किए थे। इनमें प्लॉट एवं आवास दोनों का आवंटन किया गया। इन कॉलोनियों में से अधिकांश प्लॉट व आवास तो तत्काल बिक गए थे। इन पर लोगों ने कब्जा लेकर निर्माण भी शुरू कर दिया, लेकिन कुछ संपत्ति का आवंटन रह गया था।
आवंटन हुआ पर कब्जा नहीं मिला
कुछ दिनों प्राधिकरण ने धीमे-धीमे बचे हुए प्लॉट व आवासों का भी आवंटन शुरू कर दिया। लोगों ने किस्तों के हिसाब से रकम भी जमा करनी शुरू कर दी, लेकिन इनमें से दर्जनों लोग ऐसे हैं, जिन्हें अब तक कब्जा नहीं मिल पाया। वह अफसरों के चक्कर लगा-लगा के परेशान हैं। अब तो प्राधिकरण से इन संपत्तियों के रिकॉर्ड भी गायब होने लगे हैं। आवंटियों को यह जानकारी तक नहीं मिल पा रही है, उनका आवास व प्लॉट कहां मिलेगा।
डीएम ने बैठाई जांच
अब यह लोग शिकायत लेकर डीएम के पास पहुंचने लगे हैं। डीएम ने जब शिकायत के आधार पर प्राधिकरण से रिकॉर्ड मांगना शुरू किया तो यहां के अफसर जवाब तक नहीं दे पाए। सभी एक-दूसरे पर डालने लगे। ऐसे में अब उन्होंने प्रभारी सचिव व एसडीएम कोज जोगेंद्र सिंह को पूरे संपत्ति अनुभाग में कागजातों की जांच के आदेश दे दिए हैं। ऐसे में इसमें अब इससे प्राधिकरण में खलबली मच गई है। कई पूर्व कर्मचारी भी इस जांच की जद में आ सकते हैं।
जांच रिपोर्ट आने पर होगी कार्रवाई
डीएम एवं एडीए के प्रभारी सचिव चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि प्राधिकरण से कई संपत्तियों से जुड़ी फाइलें गायब होने की शिकायत मिली हैं। ऐसे में अब प्रभारी सचिव को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी।