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    ADA ने ग्रेटर अलीगढ़ की 5 कॉलोनियों पर चलाया बुलडोजर, अब इस जमीन पर 700 करोड़ से शुरू होगी ये बड़ी योजना

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 07:09 PM (IST)

    अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने ग्रेटर अलीगढ़ में बिना अनुमति बनी 5 अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया। इन कॉलोनियों में बने अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया है। अब इस भूमि पर 700 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़ी परियोजना शुरू की जाएगी।

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    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) ने शनिवार को अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। लोधा थाना क्षेत्र में खैर रोड पर ग्रेटर अलीगढ़ आवासीय कालोनी के लिए प्रस्तावित क्षेत्र से सटी पांच कालोनियों को ध्वस्त कर दिया गया।

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    आरोप है कि बिना ले आउट व मानचित्र के इन्हें विकसित किया गया था। एडीए की टीम ने पुलिस बल के साथ करीब तीन से चार घंटे तक ध्वस्तीकरण की यह कार्रवाई की। इसमें कालोनियों की सड़कों को उखाड़ दिया गया है। भूखंड में लगीं नींव व दीवारों को भी ध्वस्त किया गया।

    इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए प्रस्तावित है जमीन

    एडीए ने खैर रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर के सामने सात गांव की भूमि पर ग्रेटर अलीगढ़ के नाम से इंटीग्रेटेड टाउनशिप प्रस्तावित की है। 323 हेक्टेयर में विकसित होने वाली इस कालोनी के भूमि पर करीब 700 करोड़ का बजट खर्च होना है। इस योजना में अब तक करीब दो सौ हेक्टेयर भूमि की खरीद हाे चुकी है।

    अब एडीए ने इस पर कब्जा लेना भी शुरू कर दिया है। अब कुछ दिनों से अधिकारियों को शिकायतें मिल रहीं थी कि इस क्षेत्र में अवैध कालोनियों विकसित की जा रही हैं। ऐसे में पिछले दिनों उपाध्यक्ष कुलदीप मीणा ने इस क्षेत्र में सर्वे कराया था। इसमें कुल पांच अवैध कालोनियों को चिह्नित किया गया। अब शनिवार को एडीए की टीम ने इस क्षेत्र में कार्रवाई की।

    इसमें जेसीबी से जतनपुर चिकावटी में मनीष प्रताप सिंह की कालोनी को तोड़ा गया है। इसके अलावा करसुआ में सीपी गौतम ढाबे के पीछे संजय राघव की कालोनी को ध्वस्त किया गया। इसी गांव में बंदू खां व कृपाल सिंह की कालोनी तोड़ी गई। रंधीर सिंह व रंजीत सिंह द्वारा विकसित का भी ध्वस्तीकरण किया गया। सत्येंद्र चौधरी की कालोनी को भी तोड़ा गया। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक यह कार्रवाई चली।

    एडीए सचिव दीपाली भार्गव ने बताया कि इन सभी व्यक्तियों ने एडीए से बिना ले आउट पास कराए ही कालोनी का विकास करा लिया था। इसमें सड़क तक डाल दी गई थी। ऐसे में अब इन कालोनियों को ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने अन्य विकासकर्ताओं को भी चेतावनी दी है कि बिना स्वीकृति के कोई भी कालोनी विकसित न की जाए। लोग भी जांच करके ही खरीद करें। इस मौके पर सहायक अभियंता अमर सिंह, हरीश चौधरी, अमरीश कुमार व श्यामवीर सिंह मौजूद रहे।