हाथरस में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मनाई बिरसा मुंडा की जयंती
समाज के लोगों को बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने किस तरह से अपने तर्कों से ऐसे लोगों को परास्त किया जो समाज में व्याप्त कुरीतियों को बढ़ावा दे रहे थे। नगर मंत्री अनमोल अग्निहोत्री ने बिरसा मुंडा द्वारा किए गए संघर्षों से विद्यार्थियों को अवगत कराया।
हाथरस, जेएनएन। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सभी तहसीलों के कार्यकर्ताओं ने बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय दिवस के रूप में मनार्ई। जनपद के हाथरस नगर में प्रमुख रूप से नगर अध्यक्ष अजय गौड़ ने उनकी जीवन शैली पर प्रकाश डालाा और बताया कि झारखंड के छोटा नागपुर स्थित उलीहातु गांव में नवम्बर, 1875 को जन्मे बिरसा मुंडा को जनजातीय समाज ने अपना भगवान माना है। आज भी बिरसा के प्रति वन वासियों में श्रद्धा - भक्ति कूट-कूटकर भरा है।समाज के लोगों को बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने किस तरह से अपने तर्कों से ऐसे लोगों को परास्त किया जो समाज में व्याप्त कुरीतियों को बढ़ावा दे रहे थे। नगर मंत्री अनमोल अग्निहोत्री ने बिरसा मुंडा द्वारा किए गए संघर्षों से विद्यार्थियों को अवगत कराया।
कुशाग्र बुद्धि के धनी थे बिरसा मुंडा
कार्यकर्ताओं ने कहा कि बचपन से कुशाग्र बुद्धि के धनी बिरसा ने ईसाई षड्यंत्रों, सामाजिक कुरीतियों आदि को अपने तर्कों से पटखनी दी और जमकर प्रतिकार किया। वहीं ब्रिटिश सरकार से अपने जंगलों को बचाने के लिए वन वासियों को एकजुट किया। बिरसा को ईश्वर में अथाह विश्वास था। आज भी बिरसा के प्रति वन वासियों में श्रद्धा - भक्ति कूट-कूटकर भरा है। नगर मंत्री अनमोल अग्निहोत्री ने बिरसा मुंडा द्वारा किए गए संघर्षों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। साथ ही कहा समाज के लोगों को बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने किस तरह से अपने तर्कों से ऐसे लोगों को परास्त किया जो समाज में व्याप्त कुरीतियों को बढ़ावा दे रहे थे। उनके मंसूबोंं को बिरसा मुंडा ने पूरा नहीं होने दिया।