डीटीएच कंपनी में निवेश किए 80 लाख डूबे, अब जान का खतराAligarh News
बाइक बोट स्कीम के नाम पर करोड़ों का घोटाला करने वाले मुख्य आरोपित संजय भाटी पर क्वार्सी थाने में एक और बड़ी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: बाइक बोट स्कीम के नाम पर करोड़ों का घोटाला करने वाले मुख्य आरोपित संजय भाटी पर क्वार्सी थाने में एक और बड़ी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है। इस बार डीजीएच कंपनी में अलीगढ़ के व्यापारी को जोनल डिस्ट्रीब्यूटर बनाकर 80 लाख रुपये निवेश करवाए गए। चार माह में ही कंपनी बंद हो गई। इसके बाद रुपया तो लौटाया नहीं गया, बल्कि व्यापारी पर उल्टा जानलेवा हमला किया गया। व्यापारी ने जान का खतरा बताते हुए एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद रिपोर्ट दर्ज हुई है। इसमें आठ अन्य लोग भी नामजद हैं।
यह है मामला
रामघाट रोड स्थित रामबाग कालोनी के रहने वाले चेतन दीक्षित पुत्र जगदीश दीक्षित की दीक्षित इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म है। चेतन के मुताबिक, नोएडा की पैंटल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने अगस्त 2018 में डीटीएच कंपनी इंडिपेंडेंट टीवी के नाम से लॉन्च की थी। चेतन कंपनी के डायरेक्टर विवेक प्रकाश व सलिल श्रीवास्तव के जरिये जनवरी 2019 में बतौर जोनल डायरेक्टर कंपनी से जुड़े थे। उनके पास अलीगढ़, समेत एटा, कासगंज, हाथरस, मैनपुरी व इटावा की जिम्मेदारी थी। बाद में जानकारी हुई कि बाइक बोट कंपनी के नाम पर घोटाला करने वाले संजय भाटी भी डायरेक्टर हैं। इससे पहले चेतन अपने जानकारों से उधार लेकर 80 लाख रुपये निवेश कर चुके थे। इसी क्रम में छह जिलों के डिस्ट्रीब्यूटरों के जरिये करीब 50 हजार कनेक्शन लोगों को बांट दिए। इसमें लोगों को एक साल का पैकेज दिया गया था, लेकिन फरवरी 2019 में कुछ चैनल बंद हो गए। 12 जून 2019 में सभी चैनल बंद हो गए। कंपनी से भी संपर्क टूट गया।
रुपये मांगने पर धमकी
आरोप है कि रुपये वापस मांगने पर चेतन को जान से मारने की धमकी मिलने लगीं। नोएडा ऑफिस में जाने पर चेतन से गालीगलौज व अभद्रता की गई। चेतन ने बताया कि 25 नवंबर 2019 को उनके दफ्तर पर विवेक प्रकाश, सलिल श्रीवास्तव के साथ चार-पांच अज्ञात लोग आए और पिस्टल दिखाते हुए मामले को यहीं खत्म न करने पर जान से हाथ धो बैठने की धमकी दी। आरोप है कि नोकझोंक होने पर चेतन पर गोली भी चलाई गई, जिसमें वह बाल-बाल बचे। तब से चेतन व उनके परिवार के सदस्य दहशत में हैं। चेतन ने बीते दिनों एसएसपी से शिकायत की थी। इसके बाद डायरेक्टर संजय भाटी निवासी 33 ई ब्लॉक सेक्टर 63 (नोएडा), विवेक प्रकाश डायरेक्टर निवासी सेक्टर 75 (नोएडा), मोहम्मद शयान आरिफ निवासी सेक्टर 74 (नोएडा), बद्रीनारायण तिवारी निवासी राजाजीपुरम (लखनऊ), विवेक सिंह निवासी तक्षिला कालोनी गढ़ रोड (मेरठ), सलिल श्रीवास्तव, सुमन चक्रवर्ती, अतुल मिश्रा (सेल्स हेड), खुश तिवारी व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला, फर्जीवाड़ा, धमकाने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
400 करोड़ से ज्यादा की हो सकती है धोखाधड़ी
चेतन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि पैंटल टेक्नोलॉजी द्वारा कुल 15 लाख ग्राहक व 60 जोनल डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ धोखाधड़ी की गई है। ये ठगी 400 करोड़ से ज्यादा की हो सकती है। 15 लाख ग्राहकों को 2250 रुपये प्रति कनेक्शन की राशी देकर कंपनी की पांच साल की स्कीम से निवेश करवाया गया था। इनमें 60 से ज्यादा जोनल डिस्ट्रीब्यूटरों ने भी 100 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया। आरोप है कि पैंटल कंपनी अब बद्रीनारायण तिवारी के अधिकार में है। बद्रीनारायण ने हिमाचल में रिसोर्ट के अलावा अलग-अलग जगहों पर शॉपिंग मॉल, कॉलेज, टीवी कंपनी खोल रखी हैं। जिस कंपनी से बाइकों का फ्रॉड हुआ था, उसमें भी इलेक्ट्रिक बाइक बद्रीनारायण ने पार्टनरशिप के रूप में दी थी। बद्रीनारायण ने डिस्ट्रीब्यूटरों से जून से लाखों रुपये उधार भी लिए थे। चेतन ने एसएसपी के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय व ट्राई को भी शिकायत भेजी है।