एक बीमारी ने हाथरस में ले ली 51 लोगों की जान
गांव में जाएगी स्वास्थ्य विभाग की टीम।
हाथरस : जिले के ब्लॉक मुरसान क्षेत्र के कई गांव जानलेवा बीमारी की चपेट में हैं। गांव ताजपुर, केसरगढ़ी, अहरई और दयालपुर में जानलेवा बीमारी के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों की मानें तो इसके लक्षण कैंसर जैसे हैं। तीन साल में तीनों गांवों के 51 लोगों की मौत इस बीमारी से हो चुकी है। कुछ लोग अभी भी इस बीमारी से पीड़ित हैं और उनका इलाज मथुरा, आगरा के अस्पतालों में चल रहा है। प्रशासनिक स्तर से कैंसर की पुष्टि कोई नहीं कर रहा है मगर इसका खौफ जबरदस्त है।
51 लोगों की हो चुकी है मौत
ग्रामीणों की मानें तो ताजपुर में 14 लोगों की मौत इस बीमारी से हो चुकी है। केसरगढ़ी में दो लोग इस बीमारी से जंग हार गए। अहरई में तीन, मुरसान कस्बे के चार और गांव दयालपुर के 28 लोगों की मौत इस बीमारी के कारण हो चुकी है।
बीमारी के लक्षण
ग्रामीणों ने बताया कि जिन लोगों की मौत हो चुकी है, उनके शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फोड़ा, चोट से संक्रमण हुआ। हाथरस, मथुरा, आगरा में डॉक्टरों से इलाज कराया लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। एक दो मरीज ऐसे थे जिनका हार्निया का ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद इन्फेक्शन हो गया। इसके कुछ महीने बाद ही उनकी मौत हो गई।
इन लोगों की हो चुकी है मौत
ताजपुर में : बन्नी ठाकुर (60), तुलसीदास (62), सोवरन ¨सह (65), महेंद्र ¨सह (45), वर्मा देवी (40) दरियाव ¨सह (60)
रूमाली देवी (60), जमुना प्रसाद (70), अशर्फी देवी (55), रामवती (55) सरिता ( 45), जगदीश (35), भूरा देवी (30) बलवीर देवी (45)।
केसरगढ़ी में : हीरा देवी (55) हर्रो कुमार (60)।
अहरई में : शशि प्रभा (45), विजेंद्र ¨सह (40), राजेंद्र देवी (40)।
मुरसान कस्बे में : कैलाशी देवी (50), लाखन ¨सह (60), मक्खन ¨सह (50), शंकरलाल (55)।
कैंसर से लड़ रहे लड़ाई
मुरसान के गांव दयालपुर में 28 लोगों की मौत बीमारी से हो चुकी है। अब भी कुछ लोग कैंसर से पीड़ित होने के बाद अपनी ¨जदगी की जंग लड़ रहे हैं। इनमें राजवती (55), लोहिया (70) शामिल हैं।
चद्रवती का मथुरा में चल रहा उपचार
ताजपुर की चंद्रवती देवी (60) ने बताया कि उन्होंने कुछ माह पहले रसौली का ऑपरेशन कराया था। इसके बाद इन्फेक्शन हो गया। आगरा और मथुरा के डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने कैंसर बता दिया। अब उनका उपचार मथुरा के एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में चल रहा है। डॉक्टर उन्हें कीमो थेरेपी दे रहे हैं।
गांव ही छोड़ दिया
गांव दयालपुर के राज बहादुर बताते हैं कि गांव दयालपुर में बीमारी फैल रही थी। इसके चलते वहां से चले आए। मुरसान में मकान बनाकर रह रहे हैं। ऐसे और भी लोग हैं लोग हैं जो बीमारी की चपेट में हैं।
पानी से फैल रही बीमारी
गांव ताजपुर के महेंद्र सिंह का कहना है कि पानी गन्दा आने के कारण बीमारी फैल रही है। गांव में अब तक करीब 14 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
दूषित पानी के कारण बीमारी की आशंका
ग्रामीणों ने बताया कि गांवों में पानी अच्छा नहीं है। उन्हें दूषित पानी का सेवन करना पड़ता है। इसी के कारण बीमारी का प्रकोप बढ़ने की आशंका है। प्रशासनिक अधिकारियों को पानी की जांच करानी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग की भेजेंगे टीम
जिलाधिकारी डॉ.रमाशंकर मौर्य ने बताया कि गांवों में बीमारी फैलने की कभी कोई सूचना नहीं मिली है। अब कुछ लोगों ने दूषित पानी के कारण बीमारी फैलने की बात कही है। गांवों में टीम भेजकर पानी के सैंपल एकत्रित किया जाएगा। इसकी जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा। ग्रामीणों के चेकअप के लिए सीएमओ को निर्देशित कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग पता करेगा मौत का कारण
मुरसान क्षेत्र के गांव दयालपुर, अहरई, ताजपुर और केसरगढ़ी के साथ कस्बा मुरसान में बड़ी संख्या में लोगों की मौत की जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों को नहीं थी। पूछे जाने पर सीएमओ डॉ. ब्रजेश राठौर का कहना है कि उन्हें इस बारे में कभी कोई सूचना नहीं दी गई। इतनी मौतें किस कारण से हुईं हैं, इसका पता कराएंगे। गांव के लोग कैंसर होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन इसकी सही वजह तो जांच के बाद ही पता चलेगी। अवकाश होने के कारण सोमवार को टीमें नहीं जा सकीं। जल्द ही टीम गठित कर उन्हें जांच के लिए गांवों में भेजा जाएगा।