अलीगढ़ में अमान्य डिग्री से 32 साल नौकरी, अब सेवासमाप्ति की संस्तुति
श्री गौतम बुद्ध विद्यापीठ श्रीपालपुर पटना बिहार यूजीसी से जुड़ी हुई नहीं इस आधार पर कार्रवाई।
जासं, अलीगढ़ : राष्ट्रीय विद्यालय इंटर कालेज अलीगढ़ के सहायक अध्यापक जगन्नाथ प्रसाद की बीएड की डिग्री को अमान्य मानते हुए उन पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है। इस डिग्री के आधार पर उन्होंने 32 साल नौकरी की है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट जेडी जितेंद्र कुमार मलिक को सौंपी थी। जेडी ने शिक्षा निदेशक प्रयागराज के पास सेवासमाप्ति की संस्तुति की रिपोर्ट भेज दी है। क्योंकि सेवा समाप्त करने की कार्रवाई शिक्षा निदेशक के स्तर से ही होगी।
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि जगन्नाथ ने एक जनवरी 1989 को सहायक अध्यापक पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। 14 जून 1989 को नियुक्ति के प्रति वेतन भुगतान की सहमति प्रदान की गई। छह अप्रैल 1994 को इनका विनियमितीकरण भी कर दिया गया। इस तरह 32 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके हैं। अब सेवा समाप्ति में इनके आठ महीने ही शेष बचे हैं। बताया कि अरुण कुमार की ओर से सहायक अध्यापक की बीएड डिग्री अमान्य होने की शिकायत की गई थी। इस पर जब सहायक अध्यापक से डिग्री का प्रमाण मांगा गया तो उन्होंने श्री गौतम बुद्ध विद्यापीठ श्रीपालपुर पटना बिहार से बीएड करने का प्रमाण देते हुए मार्कशीट लगाई। पड़ताल में तथ्य संज्ञान में आया कि श्री गौतम बुद्ध विद्यापीठ यूजीसी से अनुरक्षित नहीं है।
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शिक्षा विशारद की डिग्री
वालों पर भी होगी कार्रवाई
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में हिदी साहित्य सम्मेलन प्रयागराज की शिक्षा विशारद डिग्री के आधार पर नियुक्ति पाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशक ने जेडी कार्यालय में पत्र भेजकर ऐसे प्रकरणों की रिपोर्ट मांगी है। पत्र में लिखा गया है कि अलीगढ़ मंडल में शिक्षा विशारद से नौकरी पाने में अलीगढ़ से एक शिक्षक शामिल है। बाकी जिलों में भी ऐसे शिक्षक हो सकते हैं, उनको चिह्नित किया जाए।