27 वर्ष पहले राजीव गांधी ने कहा था खेत में खड़े होकर मोबाइल पर बात करेगा किसान, अलीगढ़ आए थे दो बार
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाधी का एएमयू छात्रों से था लगाव।
अलीगढ़ : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाधी का अलीगढ़ से गहरा नाता रहा। उन्होंने दो चुनावी सभाएं संबोधित की थीं। उनका जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। 21 मई 1991 को कोयंबटूर में आतंकियों का निशाना बनने के एक सप्ताह पहले अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में सभा को संबोधित किया था। वे सबसे पहले 1989 में आए थे। तब लोकसभा व विधान सभा चुनाव साथ हुए थे। पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह के अनुसार तब मैंने इगलास से विधानसभा का और ऊषा रानी तौमर ने सांसद का चुनाव लड़ा था। राजीव गांधी ने नुमाइश मैदान में सभा को संबोधित किया था। इगलास से मैंने जीत हासिल की थी जबकि ऊषा रानी तौमर लोकदल के सतपाल मलिक से हार गई थीं। इसके बाद राजीव गांधी की दूसरी सभा 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में नुमाइश मैदान में हुई। इस चुनाव में मैं प्रत्याशी था। पूर्व प्रधानमंत्री को सुनने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी। इस चुनाव में मुझे हार का सामना करना पड़ा था। शीला गौतम सांसद चुनी गई थीं।
म्यूजिक एलबम का किया था विमोचन
एएमयू के संगीत शिक्षक जॉनी फॉस्टर के अनुसार राजीव गांधी ने उनकी एक म्यूजिक एलबम को दिल्ली में रिलीज किया था। तब वह 15 छात्रों के दल के साथ पीएमओ गए थे। राजीव जी एएमयू व छात्रों से विशेष लगाव रखते थे।
दिल्ली हुई थी आखिरी मुलाकात
उत्तर प्रदेश काग्रेस कमेटी के महामंत्री अश्वनी शर्मा बताते हैं कि 12 फरवरी 1991 राजीव गाधी से दिल्ली में मुलाकात हुई थी। अलीगढ़ में उन दिनों दंगा हुआ था। दिल्ली में रिपोर्ट लेकर गया था। तब राजीव ने कहा था कि अगली बार जब हमारी सरकार आएगी तो किसान खेत में खड़े होकर बात करेगा। इसके लिए मोबाइल लाच करेंगे।