अलीगढ़ के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में 20 फीसद छात्राएं रहती हैं गैरहाजिर
पिटाई व वीडियो बनाने की घटनाओं से अभिभावक रहते हैं चितित।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राएं वहीं रहकर पढ़ाई करती हैं। आवासीय विद्यालय होने के बावजूद यहां करीब 20 फीसद छात्राएं अनुपस्थित भी रहती हैं। जबकि यहां शत-प्रतिशत नियमित उपस्थिति होनी चाहिए। पांच से 10 फीसद छात्राएं किन्हीं कारणों से घर जा सकती हैं लेकिन 20 फीसद तक छात्राओं का गैरहाजिर रहना चितनीय है।
कोरोना काल से पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में छात्राओं की पिटाई करने के प्रकरण भी सामने आए। अब छात्रा का वीडियो बनाने का प्रकरण सामने आया है। जिस पर तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच कराई जा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार इन सब प्रकरणों से भी छात्राएं अपने घरों को चली जाती हैं। कई को तो शिक्षा विभाग की ओर से वापस बुलाने की कवायद भी की जाती है। जिले में 13 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हैं। प्रत्येक विद्यालय में 100-100 छात्राएं नामांकित हैं। इस तरह से सभी 13 विद्यालयों में 1300 छात्राएं पढ़ती हैं। नामांकन तो यहां 100 फीसद है, लेकिन नियमित उपस्थिति करीब 80 फीसद छात्राओं की होती है। इनकी उपस्थित प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड होती है। बीएसए सत्येंद्र कुमार ढाका ने बताया कि वीडियो वाले प्रकरण में जांच टीम की रिपोर्ट में जो दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। छात्राओं के साथ कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा कर दुरुस्त किया जाएगा। किसी भी शिक्षिका को छात्राओं के साथ मारपीट करने व उनका वीडियो बनाने का दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भिजवाया जाएगा। किसी भी छात्रा का उत्पीड़न सहन नहीं किया जाएगा। इसके लिए सभी विद्यालयों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। वैसे भी पहले से ही शासन से इस तरह के आदेश हैं। इन विद्यालयों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की बेटियां आठवीं तक पढ़ाई करती हैं। --------- गौरव दुबे।