रेड लाइट जंप करने पर पांच दिन में 1880 चालान, सीसीटीवी में हुए थे कैद Aligarh News
सबक सिखाने के लिए पुलिस ने अब तकनीक का सहारा लिया है। हालांकि ई-चालान ने पुलिस की मशक्कत को काफी हद तक कम कर दिया है। वहीं अब शहर के चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी लोगों पर कार्रवाई करने में पुलिस का सहारा बन रहे है।
By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 06:32 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 06:32 AM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। यातायात नियमों को तोड़ने वाले लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ने अब तकनीक का सहारा लिया है। हालांकि ई-चालान ने पुलिस की मशक्कत को काफी हद तक कम कर दिया है। वहीं अब शहर के चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी लोगों पर कार्रवाई करने में पुलिस का सहारा बन रहे है। पुलिस का फोकस उन लोगों पर है, जो रेड लाइट जंप करते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पांच दिन के अंदर ऐसे 1880 वाहनों के चालान काटे गए।
शक्त कार्रवाई पर हो रहा अमल
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ सख्त कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है। पुलिस का फोकस अब रेड लाइट जंप करने वाले लोगों पर है। इसके लिए शहर के 20 चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे मददगार साबित हो रहे हैं। यहां पांच दिन के अंदर 1880 चालान हुए हैं। औसतन देखें तो रोजाना तीन साढ़े तीन सौ चालान किए जा रहे हैं। छह अप्रैल को 284, सात को 529, आठ को 360, नौ को 334 , जबकि 10 अप्रैल को 373 चालान किए गए हैं। एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र का कहना है कि यातायात के नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में अब सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से रेड लाइट जंप करने वाले वाहनों के आनलाइन चालान किए जा रहे हैं।
100 से अधिक कैमरे लगे
स्मार्ट सिटी प्रोजक्ट के तहत सौ से ज्यादा प्वाइंट्स पर कैमरे लगे हैं, जिनकी निगरानी इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से होती है। इनमें 50 से अधिक कैमरे ऐसे हैं, जहां एफआरएस (फेस रिकाग्नाइजेशन सिस्टम) और एएनपीआर (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकाग्नाइजेशन) लगा है। इनमें अपराधियों के चेहरे भी फीड किए गए हैं।
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