15 साल पहले ट्रेन से कूदकर भागा इनामी बदमाश दबोचा, ऐसे मिली सफलता
15 वर्ष पहले हाथरस सिटी स्टेशन के पास से ट्रेन से कूदकर भागा इनामी बदमाश गुरुवार की रात तीन बजे जीआरपी के हत्थे चढ़ गया। उसके खिलाफ हत्या लूट डकैती जैसी संगीन धाराओं में 13 मुकदमे दर्ज हैं।
हाथरस, संवाद सहयोगी। 15 वर्ष पहले हाथरस सिटी स्टेशन के पास से ट्रेन से कूदकर भागा इनामी बदमाश गुरुवार की रात तीन बजे जीआरपी के हत्थे चढ़ गया। उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती जैसी संगीन धाराओं में 13 मुकदमे दर्ज हैं। 25 हजार के इनामी बदमाश पुलिस से बचने के लिए रेवाड़ी हरियाणा के एक होटल में पहचान छुपाकर काम कर रहा था।
जीआरपी ने ऐसे दबोचा बदमाश
अपर पुलिस महानिदेशक, रेलवे पीयूष आनंद के आदेश, पुलिस अधीक्षक रेलवे आगरा मो. मुश्ताक के निर्देशन में राजकीय रेलवे पुलिस अपराधियों के धरपकड़ के लिए अभियान चला रही है। पूर्वोत्तर रेलवे के हाथरस सिटी स्टेशन स्थित थाना जीआरपी के प्रभारी जयप्रकाश टीम बनाकर बुधवार की रात्रि करीब तीन बजे चेकिंग कर रहे थे। उन्होंने शक के चलते एक व्यक्ति को आवाज देकर प्लेटफार्म पर रोकना चाहा। पुलिस को देखते ही वह व्यक्ति भागने लगा, पुलिस उसे पकड़कर थाने ले आई। यहां पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम रामसिंह उर्फ रामहरी उर्फ हरीराम उर्फ हरिया बावरिया निवासी गांव चांदपुर, थाना छायसा जिला फरीदाबाद बताया। जीआरपी ने उसके बारे में जानकारी की तो रिकार्ड देखकर सब दंग रह गए।
मथुरा पेशी पर जाने के दौरान भागा था शातिर
आरोपित फिलहाल पहचान छिपाकर रेवाड़ी में एक होटल नौकरी कर रहा था। उसके खिलाफ हाथरस के अलावा अन्य थानों करीब 13 मामले दर्ज हैं। इनमें कोतवाली कासगंज, इंचोली व कंकरखेड़ा मेरठ, काेसीकलां व बरसाना, मथुरा, खेरागढ़ आगरा, खैर व क्वार्सी अलीगढ़, कायमगंज फर्रुखाबाद क्षेत्र में लूट, डकैती, हत्या का प्रयास, हत्या, रोड होल्डअप जैसी कई संगीन धाराओं के मुकदमे शामिल हैं। अगस्त 2006 में किसी मामले में फतेहगढ़ पुलिस अारोपित रामसिंह को मरुधर एक्सप्रेस से कोर्ट में पेशी के लिए मथुरा लेकर जा रही थी। हाथरस सिटी स्टेशन के पास ट्रेन की गति धीमी हुई तभी वह ट्रेन के दरवाजे से कूदकर भाग गया। इसका मुकदमा 08/2006, भादवि की धारा 224, 223 की धाराओं में जीआरपी थाना हाथरस में दर्ज किया गया था। बाद में उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। वह गुरुवार को मुकदमे के सिलसिले में वकील से मिलने हाथरस आया था, तभी स्टेशन से उसे जीआरपी ने उसे दबोच लिया।
मथुरा से लूट लिए थे 880 गैस सिलिंडर
जीआरपी थाना प्रभारी जयप्रकाश के अनुसार रामसिंह ने वर्ष 2003 में अपने गैंग के साथियों के साथ बरसाना, मथुरा स्थित "तंवर गैस गोदाम" में रेकी कर डकैती डाली थी। 456 खाली व 324 भरे हुए सहित कुल 880 गैस सिलिंडर वह लूटकर ले गया था। अलीगढ़ के खैर में मोहल्ला सर्राफयान में एक सर्राफ के घर डकैती डालकर लाखों रुपये की नकदी व आभूषण लूट लिए थे। कोसीकलां, मथुरा के श्रीजी पुरम में डकैती डाली थी। अाभूषण, नगदी, लाइसेंसी पिस्टल लूट कर ले गया था। उसके गैंग में जगदीश बुलंदशहर, भूपसिंह, ब्रजेश, बबली, राजेश व अमित उर्फ ठाकुर मोहम्मदाबाद फर्रुखाबाद, कांशीराम निवासी अलवर के साथ गैंग बनाकर लूटपाट करता था। पुलिस से बचने को वह दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा में वेष बदलकर रह रहा था।