ट्रेन में बिहार से लाए जा रहे 11 और बच्चे अलीगढ़ में कराए मुक्त
छह संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ पहले भी इसी ट्रेन से बरामद किए थे बिहार के 16 बच्चे।
जासं, अलीगढ़ : बिहार से दिल्ली जा रही कामाख्या नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस से रविवार शाम को 11 और बच्चों को मुक्त कराया गया है। अधिकांश बच्चे बिहार के हैं, एक पश्चिम बंगाल का है। पुलिस के मुताबिक, बच्चों को पढ़ाई व नौकरी का लालच देकर दिल्ली व पंजाब ले जाया जा रहा था। इससे पहले भी इसी ट्रेन से 16 बच्चे मुक्त कराए गए थे। पुलिस मानव तस्करी के गिरोह की तलाश कर रही है।
बचपन बचाओ संस्था की सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर चमन सिंह तोमर व जीआरपी प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र स्टेशन पर अलर्ट हो गए थे। संस्था की टीम व चाइल्ड लाइन टीम से ज्ञानेंद्र मिश्रा भी आ गए। रविवार शाम को कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस की अलग-अलग बोगियों से 11 बच्चों को उतारा गया। इनमें अधिकांश बच्चे बिहार के कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज के हैं, जबकि एक पश्चिम बंगाल के जिला उत्तर दिनाजपुर के शहर रायगंज का है। छह संदिग्ध लोगों को भी पकड़ा गया है। बच्चों से प्राथमिक पूछताछ के बाद पुलिस का यही कहना है कि इन्हें बिहार व पश्चिम बंगाल से दिल्ली ले जाया जा रहा था। इनकी टिकट भी रिजर्व थीं। बच्चे कुछ बता नहीं पाए। देर रात ही सभी बच्चों का कोरोना टेस्ट कराया गया और चाइल्ड लाइन के सिपुर्द कर दिया गया। बचपन बचाओ संस्था की सदस्य अरशद मेंहदी की ओर से जीआरपी के प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र को तहरीर दी गई है। आरपीएफ इंस्पेक्टर चमन सिंह तोमर ने बताया कि बचपन बचाओ संस्था की टीम की सूचना पर 11 बच्चों को बरामद किया गया है। छह संदिग्ध लोग पकड़े हैं। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।