अब बदहाल शहर का सुधारेंगे हाल जोनल कमिश्नर
शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए नगर निगम का नया प्रयोग। विभिन्न क्षेत्रों में जोनल कमिश्नर रखेंगे समस्याओं पर नजर।
आगरा(जागरण संवाददाता): नगर निगम अब स्मार्ट प्रयोग करने जा रहा है। प्रदेश में पहली बार यहां जोनल कमिश्नर व्यवस्था लागू की जा रही है। जोनल कमिश्नर को वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार भी होंगे। इससे फरियादियों को भटकना नहीं पड़ेगा। अफसरों की जवाबदेही तय होगी।
दैनिक जागरण ने 16 जून को संसाधनों के अभाव में स्मार्ट योजना बंद शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। छह माह पूर्व शहर में शुरू हुई सफाई व्यवस्था ठप हो गई थी। दिन में भी सफाई ठीक तरीके से नहीं हो रही थी। शिकायतों के निस्तारण में भी लापरवाही बरती जा रही थी। नई व्यवस्था से इस तरह की समस्याएं नहीं आएंगी।
निगम के हैं चार जोन:
नगर निगम के 100 वार्ड हैं। यह वार्ड चार जोन में बंटे हुए हैं। अभी तक जोनल अधिकारी तैनात थे, लेकिन इन्हें वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार नहीं मिले हुए थे। अब यहां पीसीएस अफसरों और निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है। इनको जोनल कमिश्नर नाम दिया गया है।
यूं काम करेंगे जोनल कमिश्नर
प्रत्येक जोनल कमिश्नर को 25-25 वार्ड आवंटित किए गए हैं। छत्ता व ताजगंज जोन के जोनल कमिश्नर जोन कार्यालय में बैठकर शिकायतों को सुनेंगे। वहीं लोहामंडी और हरीपर्वत जोन के कमिश्नर नगर निगम स्थित कार्यालय में बैठेंगे।
यह करेंगे कार्य
शिकायतों को सुनना व उनका निस्तारण, सफाई व्यवस्था, गृह कर वसूली, पथ प्रकाश व्यवस्था, वाहनों की मरम्मत, अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाना, अविवादित नामांतरण पत्रावलियों का निस्तारण सहित अन्य कार्य।
ये हैं जोन व उनके कमिश्नर
छत्ता जोन, विनोद कुमार गुप्ता संयुक्त नगरायुक्त
हरीपर्वत जोन, अनुपम शुक्ला सहायक नगरायुक्त
लोहामंडी जोन, तरुण शर्मा, मुख्य अभियंता सिविल
ताजगंज जोन, संजय कटियार मुख्य अभियंता यांत्रिक व विद्युत
- प्रदेश में आगरा पहला नगर निगम है, जहां पर जोनल कमिश्नर व्यवस्था लागू की गई है। एक माह के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी।
नवीन जैन, मेयर