World Olympic Day: खेल से फिटनेस के साथ मिलेगा निराशा से छुटकारा, तन ही नहीं मन भी रहेगा चुस्त और दुरुस्त
वर्ल्ड ओलंपिक डे मनाया जा रहा है बुधवार को। कोरोना वायरस संक्रमण काल में इस बार थीम है स्वस्थ रहें मजबूत रहें और सक्रिय रहें। ओलंपियन जगबीर सिंह व अंकित शर्मा ने कहा कि कड़ी मेहनत करें खिलाड़ी।
आगरा, जागरण संवाददाता। वर्ल्ड ओलंपिक डे बुधवार को है। काेरोना काल में वर्ल्ड ओलंपिक डे की थीम 'स्वस्थ रहें, मजबूत रहें और सक्रिय रहें' (स्टे हेल्दी, स्टे स्ट्रांग एंड स्टे एक्टिव) रखी गई है, जो वर्तमान परिस्थितियों में उचित ही है। ओलंपियन जगबीर सिंह का भी यही मानना है कि खेलों से निराशा भरे माहौल से छुटकारा पाने के साथ फिट भी रहेंगे।
ताजनगरी के अर्जुन अवार्डी हाकी खिलाड़ी जगबीर सिंह ने वर्ष 1988 और 1992 के ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व किया था। 'दैनिक जागरण' से वार्ता में उन्होंने कहा कि ओलंपिक से बड़ा इवेंट दुनिया में कोई और नहीं है। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के देश का झंडा फहराया जाता है। एक खिलाड़ी के लिए इससे बड़ा पल कोई और नहीं हो सकता है। युवा खिलाड़ियों के लिए मेरा यही संदेश है कि वो कड़ी मेहनत करें और शार्ट कट न अपनाएं। अनुशासित रहें और दूरदृष्टि के साथ पक्का इरादा रखें। अपने लक्ष्य पर ध्यान दें। कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में मानसिक तनाव, निराशा और कठिनाइयों पर खेलों से विजय पा सकते हैं। हम सक्रिय होकर खेलेंगे तो फिट भी रहेंगे।
बच्चों और कोच पर भरोसा रखें अभिभावक
वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक में लंबी कूद में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले बाह के अंकित शर्मा ने बताया कि ओलंपिक खेलों का सबसे बड़ा महाकुंभ है। ओलंपिक का सफर आसान नहीं है। आठ-दस वर्ष तक मेहनत करने, बोन व मशल्स डवलप करने, तकनीक को समझने के बाद ही यह मौका किस्मत से मिलता है। युवा खिलाड़ियों से यही कहूंगा कि वो कोच के साथ कड़ी मेहनत करें। हमेशा पाजीटिव रहें और धैर्य रखें। माता-पिता का सहयोग सबसे अधिक आवश्यक है। वो कोच और बच्चों पर भरोसा रखें। ट्रेनिंग पर फोकस करें। खेल, 12वीं की परीक्षा की तरह नहीं है कि परीक्षा दी और पास हो गए।