जिस्मफरोशी में आरोपित युवती की घर वापसी का रास्ता साफ
कोतवाली थाना क्षेत्र में पिछले साल पुलिस ने मारा था छापा जिस्मफरोशी के आरोप में 11 युवतियों को पकड़ा था
आगरा, जागरण संवाददाता। जिस्मफरोशी में आरोपित युवती की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है। पुलिस की गारद नहीं मिलने से उसकी रिहाई लटकी हुई थी। जेल प्रशासन उसे 20 जनवरी को पुलिस के साथ घर भेजेगा।
पुलिस ने पिछले साल अगस्त में कोतवाली थाना क्षेत्र के कोठों पर छापा मारा था। वहां से जिस्मफरोशी के आरोप में 11 युवतियों को पकड़ा था। जो कि नेपाल, उत्तर प्रदेश, असोम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र की रहने वाली थीं। इनमें कुछ पर कोठा चलाने और जिस्मफरोशी कराने का आरोप था। वहीं पकड़ी गई कई युवतियों से जबरन जिस्मफरोशी कराई जा रही थी। इनमें जिस्मफरोशी कराने की आरोपित युवतियों को जिला जेल और बाकी को नारी संरक्षण गृह भेजा गया था।
इनमें जिला जेल में निरुद्ध एक आरोपित की जमानत याचिका स्वीकृत हो गई थी। अदालत ने उसकी रिहाई के आदेश दिए थे। मगर, युवती को उसके घर तक भेजने के लिए पुलिस गारद नहीं मिलने से उसकी रिहाई अटकी हुई थी। जेल प्रशासन द्वारा अदालत और जिला प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया गया। इसके बाद उसकी रिहाई का रास्ता साफ हो सका है। जेल अधीक्षक ने बताया युवती को 20 जनवरी को पुलिस उसके घर लेकर जाएगी । युवती ने अपना पता मेरठ का लिखाया था। मगर,उसके माता-पिता असोम में रहते हैं। इसलिए पुलिस उसे असोम लेकर जाएगी।
सत्यापन के बाद सौंपते हैं स्वजन को:
जिस्मफरोशी में पकड़ी गई युवतियों को उनके नाम-पते और परिवार के बारे में सत्यापन के बाद सौंपने का नियम है। पुलिस कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई युवतियों द्वारा बताए गए नाम-पते का सत्यापन पुलिस द्वारा उनके संबंधित जिले की पुलिस से कराया जाता है। इसके बाद जिन युवतियों के स्वजन आने में असमर्थ में होते हैं, उन्हें पुलिस द्वारा घर तक पहुंचाया जाता है।