RTI: क्योंकि आप महिला हैं इसलिये यहां नहीं होता ट्रैफिक रूल तोडऩे पर चालान
एक वर्ष में एक भी महिला का चालान नहीं काटा यातायात पुलिस ने। 29 चालान फोन पर बात करते समय गाड़ी चलाने पर पुरुषों के काटे।
आगरा, जेएनएन। सड़क पर दोपहिया और चारपहिया वाहन दौड़ा रहीं महिलाएं और युवतियां ट्रैफिक नियमों का अक्षरश: पालन करती हैं। आसानी से यकीन होगा नहीं आपको। लेकिन पुलिस के आंकड़े तो यही तस्दीक करते हैं। बीते एक वर्ष की अवधि में पुलिस ने किसी भी महिला का ट्रैफिक रुल्स ब्रेक करने में चालान नहीं किया है। जबकि बिना हेलमेट स्कूटी पर फर्राटा भरती युवतियां या बिना सीट बेल्ट लगाए कार चलाती महिलाएं अक्सर दिख जाती हैं।
जनसूचना अधिकार अधिनियम (आरटीआइ) के तहत यातायात पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जानकारी मांगी गई थी कि अप्रैल 2017 से मार्च 2018 तक यातायात नियमों के तहत कितने लोगों के ईयर फोन या मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने पर चालान काटे गए। इनमें महिलाओं की संख्या कितनी है। महिलाओं द्वारा हेलमेट न लगाने, स्कूटी के पूरे कागजात नहीं रखने पर कितने चालान काटे गए। यातायात पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जो जवाब मिला, वह चौंकाने वाला है।
कार्यालय ने जानकारी दी कि जिले के सभी थानों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार किसी भी महिला का चालान यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर नहीं किया गया।
यही नहीं सिर्फ मथुरा कोतवाली ने 29 चालान फोन पर बात करते समय बाइक चलाते लोगों के काटे हैं। किसी अन्य ने फोन पर बात करने पर चालान नहीं काटा।
सच्चाई यह है कि अकेले मथुरा में ही रोज बिना हेलमेट के स्कूटी से महिलाएं और लड़कियां फर्राटा भरती नजर आती हैं। बिना सीट बेल्ट के चार पहिया वाहन चलाने वाली महिलाएं भी कम नहीं हैं। असल में यातायात के नियमों को लेकर अभी जिले में पुलिस ही सतर्क नहीं है।
डिवाइस के माध्यम से होगा चालान
ऐसा नहीं है कि महिलाएं यातायात नियम नहीं तोड़ती हैं। यह सही बात है कि अब तक उनके चालान नहीं होते थे। नई पॉलिसी के तहत जिले के सभी थानों को डिवाइस दी गई है, इसके बाद अब महिलाओं का भी यातायात नियमों का पालन न करने पर चालान किया जाएगा।
- डॉ. ब्रजेश कुमार, एसपी यातायात,मथुरा