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जेल में निरुद्ध हत्‍यारोपी महिला की संदिग्‍ध हालत में मौत, जेल प्रशासन में हड़कंप

मौत वाले दिन ही हुई थी आजीवन कारावास की सजा।जीजा से शादी कर मार दिया था बहन का बेटा।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 12:44 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 12:44 PM (IST)
जेल में निरुद्ध हत्‍यारोपी महिला की संदिग्‍ध हालत में मौत, जेल प्रशासन में हड़कंप
जेल में निरुद्ध हत्‍यारोपी महिला की संदिग्‍ध हालत में मौत, जेल प्रशासन में हड़कंप
आगरा,जेएनएन। एटा जिला कारागार में निरुद्ध एक महिला की संदिग्ध हालातों में बीती रात मौत हो गई। मौत से पहले दिन में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी तभी से वे क्षुब्ध थी। घटना के बाद जेल में हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन ने मृत अवस्था में महिला को जिला अस्पताल भेजा। महिला ने जीजा से शादी करके अपनी बहन के बेटे की हत्या कर दी थी।
सोमवार को जिला जज की अदालत ने 23 वर्षीय राधा पुत्री अजुददी प्रसाद निवासी सैलई को दोहरी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद जेल आकर उसने अन्य बंदियों साथ खाना खाया और लेट गई। जेल के अफसरों ने बताया कि महिला ने रात को घबराहट होने की शिकायत की तथा उसे पसीना भी बहुत आ रहा था। तत्काल चिकित्सक को दिखाया गया और जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहां उसकी मौत हो गई। इस महिला को शहर कोतवाली पुलिस ने 24 अगस्त 2016 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था तभी से वह कारागार में थी।
राधा ने शहर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला अवंतीबाई नगर निवासी अपने जीजा संजय से शादी की थी। जिसके दो बच्चे थे। संजय की पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी। राधा को यह बच्चे फूटी आंख नहीं सुहाते थे। इनमें से एक बच्चे की उसने हत्या कर दी थी तथा दूसरे को मरा समझकर छोड़ दिया था। जिसकी एफआईआर संजय के पिता विजपाल सिंह ने दर्ज कराई थी। इसके बाद हत्यारोपी राधा की गिरफ्तारी हुई। इसके बाद 21 जनवरी 2019 को उसे सजा सुना दी गई। कारागार अधीक्षक पीपी सिंह ने बताया कि महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया था जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई मगर चिकित्सक डा. अनंत व्यास का कहना है कि महिला मृत अवस्था में आई थी।

बांह पर लिखा संजय को फोन करना

राधा ने अपनी मौत से पहले अपनी बांह पर लिखा था कि संजय को फोन करना। इस लिखावट ने घटना को और संदिग्ध बना दिया है। इससे यह अटकलें लगाई जा रहीं हैं कि कहीं राधा ने आत्महत्या तो नहीं की। तमाम सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जेल में पेन उसे किसने दिया। कहीं यह शब्द सजा सुनाए जाने के तत्काल बाद तो नहीं लिखे।

तन्हा हो गई थी राधा, सबने छोड़ा साथ

जिला कारागार में निरुद्ध राधा का साथ सबने छोड़ दिया था। वह अपने जीवन में तन्हा हो गई थी। कभी-कभी जब वह बहुत कोशिश करती थी, तब उसका प्रेमी जीजा जरूर उससे मिलने पहुंच जाता था, मगर जिन्होंने उसे जन्म दिया उन्होंने भी उससे दूरी बना ली थी। राधा ने अपनी तहेरी बहन तुलसी के एक बेटे की हत्या कर दी थी और दूसरे को मरा जानकर छोड़ दिया था। वर्ष 2016 से लेकर अब तक डिप्रेशन ने राधा का साथ नहीं छोड़ा, जबकि बाकी सब दूर हो गए।
 

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