बच न पाएं पति के कातिल, डीआइजी से पीड़ित महिला ने गुहार
सिकंदरपुर में 21 अगस्त को पीटा था रेशम पाल, 25 को मौत हो गई। रिपोर्ट में रह गए नाम बढ़वाने के लिए चक्कर काट रही पीड़िता।
आगरा(जेएनएन): प्रदेश सरकार चाहे कितने ही दावे कर ले कि प्रदेश में सुशासन है। पुलिस अपना काम जिम्मेदारी से निभा रही है लेकिन यह दावे प्रदेश की पुलिस ही झूठे साबित करने में जुटी हुई है। पति के कातिलों को सजा दिलाने के लिए एक महिला दर दर भटकर रही है। हारकर अब उसने डीआइजी से इंसाफ की गुहार लगाई है।
महिला का कहना है कि झगड़े में जब पति घायल हुए तो रिपोर्ट जल्दबाजी में दर्ज करा दी गई। अब मौत हो गई तो कुछ और चेहरे उजागर हुए। एक नए आरोपित का नाम रिपोर्ट में शामिल कराने के लिए थाने पर सुनवाई नहीं हुई तो मृतक की पत्नी ममतेश ने एसएसपी से लेकर डीआइजी की चौखट तक दस्तक दे दी। डीआइजी लव कुमार ने सीओ को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मथुरा के सुरीर क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर में 21 अगस्त को रेशम पाल ¨सह (32) पुत्र लीलाधर को लाठी-डंडों से घायल करने वाले रौहतान ¨सह एवं दलवीर ¨सह के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज की गई थी। रेशम पाल की आगरा में इलाज के दौरान 25 अगस्त को मौत हो गई थी। एक आरोपित का नाम बढ़ाने की मांग को लेकर परिजनों ने शव को थाने पर रख हंगामा किया था। तत्कालीन इंस्पेक्टर संजीव चौधरी ने नाम बढ़ाने का भरोसा दिया था। आरोप है कि अब रुचि नहीं ली जा रही है। इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार का कहना है जिस व्यक्ति का नाम बढ़वाने की मांग हो रही है, उसकी भूमिका की जांच की जाएगी। दोषी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।