FIFA World Cup का जुड़ाव आगरा से भी, यहां बनी शानदार ट्राफी करेगी विजेता खिलाड़ियों को रोमांचित
FIFA World Cup आगरा के कारोबारी के यहां तैयार हुई है विशेष ट्राफी और बॉक्स। यूरोप और अफ्रीका के विजेता खिलाड़ी पाएंगे सौगात। 24 कैरेट गोल्ड की प्लेटिंग की गई है। गिफ्ट बाक्स का वजन करीब 22 किलोग्राम है। अद्जीराम कंपनी ने ट्राफी को तैयार किया।
आगरा, जागरण संवाददाता। कतर में हो रहे फुटबाल के महाकुंभ फीफा विश्वकप से आगरा का सीधा जुड़ाव हो गया है। इस विश्व स्तरीय आयोजन में यूरोप और अफ्रीका के विजेता खिलाड़ियों को ट्राफी के साथ जो आकर्षक गिफ्ट दिया जाएगा, वह आगरा में बना होगा। इसे आगरा के कलाकार व कारोबारी ने तैयार किया है।
फीफा वर्ल्ड कप 2022 में भले भारत के खिलाड़ी नहीं खेल रहे, फिर भी इसका आगरा से सीधा रिश्ता जुड़ गया है क्योंकि इसमें विजेता और उपविजेता टीम सहित अन्य खिलाड़ियों को देने के लिए गिफ्ट में जो कप और उसके बाक्स को तैयार किया गया है, वह आगरा में तैयार किया गया है। इसे तैयार किया है आगरा के ताजगंज निवासी कारोबारी अदनान शेख ने। वह बताते हैं कि हस्तशिल्प कारोबार और पच्चीकारी-नक्काशी के काम में उसका खानदान कई पीढ़ियों से जुटा है। समय के साथ कला को परिवार ने और निखारा। इसके साथ मार्डन टच देकर उसकी पुरानी खूबसूरती के साथ कला को देश-विदेश तक ले गए। इसे देखकर फीफा वर्ल्ड कप 2022 के लिए उन्हें विशेष ट्राफी और उसके बाक्स बनाने का काम उन्हें दिया गया है।
परफ्यूम को दिया ट्रॉफी का रूप
गिफ्ट में परफ्यूम की विशेष रूप से ट्राफी के डिजाइन में तैयार बोतल है। इसमें बेहद कीमती रत्नों और गोल्ड का काम किया गया है। कप को नेचुरल सेमी प्रेसिसियस स्टोन से तैयार किया गया है, जिसका नाम लैपिस लाजुली रत्न है। इसके ऊपर कांसे से काम किया हुआ है। साथ ही 24 कैरेट गोल्ड की प्लेटिंग की गई है। गिफ्ट बाक्स का वजन करीब 22 किलोग्राम है। इसे तैयार करने में करीब दो महीने का समय लगा। इसे आर्टिसन के कारीगरों ने हाथों से तैयार किया है। आगरा में बनी इस ट्राफी और गिफ्ट बाक्स को फीफा वर्ल्ड कप में विजेता टीम के खिलाड़ियों को प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने इसके करीब दो हज़ार बाक्स और ट्राफी तैयार की है। हालांकि इसकी कीमत क्या है, गोपनीयता के कारण उसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी।
इस बाक्स को कतर देश के बड़े डिजाइनरों ने डिजाइन किया, उसे अफ्रीका और यूरोप के अधिकारियों ने पास किया, उसके बाद आगरा में स्थित अद्जीराम कंपनी ने उसे तैयार किया।