इस साल दशहरी आम का स्वाद क्यों पड़ रहा महंगा, आइए जानें
मलिहाबाद सीतापुर और बुलंदशहर से आने वाले आम के उत्पादन में 80 फीसद तक कमी। जून खत्म होने के साथ और होगा महंगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। फलों का राजा आम इस बार आगरा व आसपास के आम आदमी की पहुंच से दूर ही नजर आ रहा है क्योंकि इस बार आम का स्वाद लेना काफी महंगा पड़ रहा है। आम जनता के लिए भरपूर आम का मजा लेना मुश्किल हो रहा है। दरअसल यहां बेचने के लिए मलिहाबाद, सीतापुर व बुलंदशहर से आने वाले आम के उत्पादन में इस बार 80 फीसद तक की कमी है।
सिकंदरा स्थित फलमंडी यूनियन के आंकड़ों की मानें तो इस बार आम के स्वाद के लिए जेब को दो से तीन गुना तक ज्यादा ढीला करना पड़ सकता है। जैसे-जैसे जून ढलती जाएगा, आम के दामों में भी उछाल आता जाएगा। अभी मंडी में कच्चा आम 20 से 35 रुपये प्रति किलोग्राम में बेचा जा रहा है। पिछले साल इसके दाम 15 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम थे। इसी तरह पके आम के दामों में भी इजाफा देखने को मिलेगा। इस बार अच्छा आम 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम में खरीदना पड़ सकता है। पिछले साल यह 20 से 35 रुपये प्रति किलोग्राम में मिला।
ये हैं प्रमुख कारण
फल मंडी यूनियन के सचिव गजेंद्र सिसौदिया ने बताया कि आगरा में दो जगह का आम आता है। इसमें पहला लखनऊ के पास मलिहाबाद व सीतापुर का इलाका आता है। दूसरा बुलंदशहर, हापुड़, गुलावठी का इलाका आता है। इन जगहों पर इस बार मौसम की मार व आंधी के कारण फसल में 80 प्रतिशत की कमी आई है। देश के अन्य क्षेत्रों में आम की पैदावार अच्छी हो सकती है पर वह आम आगरा की मंडी में नहीं आता।
कब मिलेगा कौन सा आम
इन दिनों आगरा मंडी में दशहरी व लंगड़ा आम ही आ रहा है। जुलाई आते-आते चौसा आम आना शुरू हो जाएगा। आम को स्टोर नहीं किया जा सकता इसलिए धीरे-धीरे इसकी मात्रा कम होती जाएगी व दाम बढ़ते जाएंगे।
आगरा आमनामा
फल मंडी में कुल आढ़ती, रिटेल दुकानदार व ठेले वाले- 3800
मंडी में रोज आम की आवक-120 टन
आम की रोज डिमांड-140 टन
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