कौन हैं नितिन सिंह? जिसने ट्रंप के सामने बयां की मोहब्बत, ताज देख क्या बोले थे क्लिंटन और रुबेन?
नितिन इजराइल के प्रधानमंत्री ब्राजील के राष्ट्रपति कनाडा के प्रधानमंत्री फ्रांस के राष्ट्रपति मंगोलिया के राष्ट्रपति बेल्जियम के राजा फिलिप को ताज भ्रमण करा चुके हैं।
आगरा, जेएनएन। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के सबसे बड़े नेता अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उसके परिवार को ताजमहल के बारे में बताने का मौका मिलना अपने आप में बड़ी खुशनसीबी की बात थी, ये मौका मिला आगरा के कटरा फुलेल निवास नितिन सिंह को। ऐसा पहली बार नहीं था जब नितिन ने किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को ताज के इतिहास से परिचित कराया हो।
नितिन इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, मंगोलिया के राष्ट्रपति, खल्तमागीन बाटुल्गा, बेल्जियम के राजा फिलिप को ताज भ्रमण करा चुके हैं। नितिन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ताज में बच्चों के साथ की गई विजिट और ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो की विजिट को भी यादगार मानते हैं। ताज में बच्चों के साथ ट्रूडो की चहलकदमी उनके दिल में आज भी बसी है।
नितिन ने इन शब्दों से बयां की ताज की खूबसूरती
यूं तो नितिन कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को ताज के दीदार के लिए गाइड कर चुके थे लेकिन अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ताज की हर बारिकी बताना उनके लिए सबसे यादगार बन गया।
ताजमहल पत्थरों की इमारत भले ही है मगर, ये इमारत भी बहुत कुछ कहती है। इसके दीवानों ने किताबों में पढ़ा है, चित्रों में देखा है मगर, जब तक नजरों में कैद न कर लें, जिंदगी की ख्वाहिश पूरी नहीं होती। रुहानियत में भले ही ये दिल में उतर जाए लेकिन, तमाम ऐसी जिज्ञासा और सवाल होते हैं जो ताजमहल से बात किए बगैर तसल्ली नहीं देते। ताजमहल के दिल की इन्हीं बातों को अल्फाज देते हैं टूरिस्ट गाइड। ताजमहल के दिल की बात को समझने की जिज्ञासा लिये डोनाल्ड ट्रंप भी सोमवार को आगरा पहुंचे थे। टूरिस्ट गाइड नितिन सिंह ने उन्हें शाहजहां मुमताज की मोहब्बत बयां की।
इनके दिल में भी बसी हैं स्मृतियां विशेष
क्लिंटन बोले, खुशकिस्मत हो जो रोज ताज देखते हो
वर्ष 2003 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को वरुण रावत ने ताज विजिट कराई थी। वरुण अनुभव बयां करते हैं कि क्लिंटन ने उनसे पूछा था कि इतने वर्षों बाद भी ताजमहल सलामत कैसे है? मैंने बताया था कि मकराना का संगमरमर सबसे हार्ड है, जिसके चलते उसमें टूट-फूट नहीं होती। इसे केवल सफाई की आवश्यकता है। क्लिंटन को पच्चीकारी बेहद पसंद आई थी। ताजमहल पर बने कमल के फूल में 64 पत्थरों का प्रयोग होने की बात पर क्लिंटन सहज विश्वास नहीं कर रहे थे। मैंने जब उन्हें एक पत्ती में तीन पत्थर गिनाए तो उन्होंने पत्थर गिने थे। उन्होंने पूछा था कि ताज कितनी बार देखते हो, मैंने कहा था रोज देखता हूं। तब क्लिंटन ने कहा था कि खुशकिस्मत हो जो, रोज ताज देखते हो। मैं भी यहां आ जाऊं, रोज ताज देख सकूंगा। इससे पूर्व वर्ष 2000 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की विजिट के दौरान भी वरुण ताज में साथ रहे थे। हालांकि, तब एएसआइ के डीवी शर्मा ने क्लिंटन को भ्रमण कराया था।
क्लिंटन बोले थे फिर आऊंगा
वर्ष 2000 में अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की विजिट में मौजूद वरिष्ठ गाइड वीएन त्रिपाठी बताते हैं कि उन्हें सेंट्रल टैंक पर क्लिंटन से मिलने का मौका मिला। उन्होंने ताज के बारे में पूछा था। क्लिंटन ने तब दोबारा आने की बात कही थी। वर्ष 2003 में वो दोबारा आए भी।
रूबेन रिवलिन ने पढ़ीं ताज पर अरबी में लिखीं आयतें
एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष शमसुद्दीन अब तक कई राष्ट्राध्यक्ष सहित 48 वीवीआइपी को ताज विजिट करा चुके हैं। वर्ष 1983 में श्रीलंका के राष्ट्रपति जयवर्धने, 2006 में चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ, 2007 में स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति मैकलीन कैमली रे, 2014 में बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद इनमें प्रमुख रहे हैं। शमसुद्दीन बताते हैं कि उनकी यादगार विजिट इजराइली राष्ट्रपति रुबेन रिवलिन की है। रिवलिन का ताजमहल पर अरबी भाषा में लिखी आयतें पढ़कर सुनाना वो भुला नहीं पाते हैं।