Wheat Purchase Center in Agra: टोक्टे तूफान आगरा के किसानों की मेहनत पर फेर रहा पानी, जानिए क्यों सड़ सकता है गेहूं
Wheat Purchase Center in Agra खरीद में लापरवाही के कारण कई केंद्रों पर पड़ा है किसानों का गेहूं। कुछ केंद्रों पर खरीदा हुआ गेहूं भी बारिश में रहा है भीग। बाद में सड़ने की है संभावना। गेहूं क्रय केंद्रों पर खुले में रखी है किसानों की मेहनत।
आगरा, जागरण संवाददाता। टोक्टे तूफान का असर आगरा के किसानों पर कहर की तरह बरस रहा है। जरा सी लापरवाही और किसानों की पूरी फसल की मेहनत पर पानी बरस गया है। गेहूं खरीद में इस बार शुरुआत से ही लापरवाही हो रही है। इस कारण किसानों का गेहूं खरीद केंद्र के बाहर पड़ा हुआ है जो बारिश में भीग रहा है। इसके साथ ही कुछ केंद्रों पर खरीदा जा चुका गेहूं भी भीग रहा है, जो बाद में सड़ ही जाएगा।
अछनेरा सहकारी संघ पर किसानों को टोकन तो थमा दिए हैं, लेकिन उनसे खरीद नहीं हो रही है। निर्धारित तिथि निकलने के बाद भी किसानों को बैरंग किया जा रहा है। ऐसे में केंद्र के बाहर ट्राली में गेहूं लादे किसान खड़े हुए हैं। कुछ किराये पर वाहन लाए थे, जो गेहूं उतार चला गया, जिससे खुले में गेहूं की बोरिया रखी हैं। केंद्र पर खरीदा जा चुका गेहूं भी खुले में रखा हुआ है, जो बारिश से भीग रहा है। यहां 200 से अधिक पैकेट रखे हैं, प्रत्येक में 50 किलोग्राम गेहूं है। अछनेरा अनाज मंडी में भी खरीदा जा चुका 500 से अधिक पैकट गेहूं शेड और खुले में रखा हुआ है। यहां भी किसानों का गेहूं खुले में रखा है, जो बारिश में भीगकर खराब हो रहा है। कुछ किसानों ने त्रिपाल की व्यवस्था भी की है। बाह के मढे़पुरा में किसानों को गेहूं में रखा हुआ है। इसके साथ ही जिले के कुल 48 केंद्रों पर से कई दूसरों पर भी किसानों का गेहूं बाहर खुले में रखा हुआ है।