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बारिश से किसान हलकान, जानिए मौसम विभाग ने कब तक के लिए जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने 19 अप्रैल तक के लिए जारी किया अलर्ट। बुधवार रात भी बरसा पानी। धराशायी हुई गेहूं की फसल।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 11:10 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 11:10 AM (IST)
बारिश से किसान हलकान, जानिए मौसम विभाग ने कब तक के लिए जारी किया अलर्ट
बारिश से किसान हलकान, जानिए मौसम विभाग ने कब तक के लिए जारी किया अलर्ट

आगरा, जेएनएन। बेमौसम बारिश ने अन्नदाता को हलकान कर दिया। चिंता की बात ये है कि मौसम अभी दो दिन और खराब होने की आशंका है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए 19 अप्रैल तक आंधी, तूफान, बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जताई है। इसके साथ ही कृषि विभाग ने किसानों को एडवाइजरी जारी की है।
फीरोजाबाद में मंगलवार से हो रही बारिश से जहां तापमान में काफी गिरावट हो गई है। किसानों के माथे की लकीरें बढ़ गई हैं। वे खेतों में कटी पड़ी फसल को लेकर तो परेशान हैं ही, बारिश के कारण उन्हें फसल की कटाई रोकनी पड़ गई है। खेत गीले होने से कटाई अगले दो तीन दिन प्रभावित रहेगी। इधर,उप कृषि निदेशक हंसराज ने किसानों को सलाह दी है कि कटी फसल को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर रखवा दें। यदि फसलों को ज्यादा नुकसान होता है तो इसकी सूचना 48 घंटे में बीमा कंपनी या कृषि विभाग को दें।

ये बोले किसान
टूंडला के गांव कोटकी निवासी बनवारी लाल, घुरकुआ निवासी महेन्द्र सिंह निषाद और सिकरारी निवासी मुकेश कुमार का कहना है कि कुछ दिन बाद बारिश होती तो किसानों को फायदा होता। बारिश से पहले आलू किसान परेशान थे अब गेहूं उत्पादकों की मुश्किल बढ़ जाएगी। नारखी में बारिश से गेहूं के साथ ही कई गांवों में मिर्च की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। आंधी से भूसा उड़ गया।

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एटा में बुधवार को हुई बारिश

बुधवार सुबह से ही आसमान में छाए रहे बादल शाम होते ही बरस पड़े। मौसम से भले ही लोगों को गर्मी से राहत रही, लेकिन अन्नदाता तबाही की दस्तक को देख माथा पकड़कर बैठे हैं। आसपास के क्षेत्रों में बारिश और ओले गिरने जैसी सूचनाओं से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पहले ही खिंच गईं, लेकिन शाम को हुई बारिश से नुकसान को देखते हुए उनकी नींद ही उड़ गई। शाम को हुई तेज बारिश से अब गेहूं की फसल को ज्यादा नुकसान बढ़ गया है। बादलों की ओर टकटकी लगाए रहे किसान मौसम का रुख देखकर पहले से ही चिंतित थे, लेकिन शाम को 7 बजे अंधेरा छाने और बादलों की गडग़ड़ाहट के साथ बारिश शुरू होते ही किसानों के दिल हिला दिए। भले ही 20 से 25 मिनट बारिश हुई, लेकिन पानी तेज था। ऐसे में पिछले दिन ही भीगा लांक और ज्यादा भीग गया। वहीं पकी खड़ी फसलों पर बारिश की बूंदें गिरने से अब ज्यादा नुकसान तय है।

कासगंज में तेज आंधी संग बरसात
बुधवार शाम सात बजे करीब तेज आंधी ने किसानों की धुकधुकी बढ़ा दी तो कुछ देर बाद ही बरसात शुरू हो गई। मौसम के मिजाज से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों का गेहूं और भूसा खेतों में पड़ा हुआ है। भूसा के तेज हवाओं से उडऩे का खतरा है तो गेंहू के गीले हो जाने का। खेतों में खड़ा गेहूं बरसात के बाद काटना भी मुश्किल होगा। ऐसे में किसानों ने बुधवार को खेतों में मजदूर भी बढ़ा दिए। मौसम में होने वाला परिवर्तन लोगों को बीमार बना रहा है। सर्दी, बुखार और गले के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ.राजकिशोर का कहना है कि सर्दी एवं बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है।

मैनपुरी में मौसम ने दी राहत
बुधवार को सुबह धूप नहीं निकली तो काले बदरा घेरा डाले रहे। कई बार बूंदें भी गिरी, लेकिन बारिश नहीं होने से किसान राहत लेते दिखे। दोपहर बाद काले बदरा हटने से धूप निकल आई, लेकिन हवाएं चलने से मौसम खुशगवार बना रहा। मंगलवार को आंधी और कई बार की बूंदाबांदी के बाद बुधवार को भी मौसम का हाल राहत देने वाला बना रहा। रात को आंधी के बाद सुबह कई बार बारिश के हालात भी बने, लेकिन हल्की बूंदाबांदी होने भर से ऐसे हालात टल गए। सूरज के नहीं निकलने से दोपहर तक आसमान पर काले बादलों का डेरा बना रहा। दोपहर बाद धूप जरूर निकली, लेकिन हवाओं के लगातार चलने से मौसम राहत देने वाला बना रहा।

फसल समेटने में जुटे किसान
मौसम में आए बदलाव से किसान ङ्क्षचतित हैं। गेंहू की फसल को लेकर परेशान किसान बादलों की ओर टकटकी लगाए रहे। तमाम किसान खेतों में कटी गेहूं की फसल को सहेजने में जुटे रहे। किसान रामवीर ङ्क्षसह का कहना था कि अभी कटाई का काम रोक दिया गया है। अब कटी हुई फसल को एकत्र करने का काम हो रहा है। गुरुवार को मौसम साफ होने के बाद कटाई और कुटाई का काम होगा। 


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