एक ही राड और टूटी प्लेट, कैसे लिफ्ट करें वेट
स्टेडियम में वेटलिफ्टिग खिलाड़ियों के लिए सुविधाओं का है अभाव डेढ़ वर्ष से कोच की नहीं हो सकी है तैनाती पिछड़ रहे खिलाड़ी
आगरा, जागरण संवाददाता। टोक्यो ओलिपिक के पहले दिन ही मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिग में 49 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। उन्होंने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि देश की बेटियां किसी से कम नहीं हैं। यहां वेटलिफ्टिग के खिलाड़ी संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं। वेट की प्लेट टूटी हैं और एक ही राड है। ऐसे में खिलाड़ी वेट लिफ्ट करें भी तो कैसे। स्टेट लेवल तक तो वो किसी तरह अच्छा प्रदर्शन कर शहर का मान बढ़ा रहे हैं, लेकिन नेशनल लेवल पर बात नहीं बन पा रही है। सुविधाएं मिलें तो वो भी देश के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में संचालित खेलों में वेटलिफ्टिग भी है। वेटलिफ्टिग के खिलाड़ियों के लिए यहां संसाधनों का नितांत अभाव है। खिलाड़ियों के अभ्यास को हाल नहीं है। जिम के पीछे बने दो कमरों में खिलाड़ी अभ्यास करते हैं। यह कमरे छोटे हैं। खिलाड़ियों के अभ्यास को उपकरणों का अभाव है। वेट की प्लेट पुरानी हो गई हैं और टूट चुकी हैं। वेट उठाने को एक ही राड है, जिससे एक बार में एक ही खिलाड़ी अभ्यास कर पाता है। प्लेटफार्म सही नहीं है। कोरोना काल में पिछले वर्ष वेटलिफ्टिग का कोच तैनात नहीं किया गया था, इस वर्ष भी कोई कोच नहीं है।
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यह सुविधाएं होनी चाहिए
-प्लेटफार्म को सही कराया जाए।
-खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए उपकरणों के सेट की संख्या बढ़ाई जाए।
-विशेषज्ञ कोच की तैनाती हो, जो खिलाड़ियों पर पूरा ध्यान दे सके।
-खिलाड़ियों को हरियाणा के समान प्रोत्साहन मिले।
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स्टेडियम में सुविधाओं का अभाव है। वेट की प्लेट टूट गई हैं। कोच भी नहीं है। स्टेट लेवल तक तो खिलाड़ी पदक जीत लेते हैं, लेकिन नेशनल लेवल से खाली हाथ लौटना पड़ता है।
-अभिषेक शर्मा, खिलाड़ी स्टेडियम में वेटलिफ्टिग के लिए अच्छे उपकरणों का अभाव है। वेटलिफ्टिग के लिए प्लेट के दो से तीन सेट होने चाहिए। एक ही सेट होने से अन्य खिलाड़ियों को इंतजार करना पड़ता है।
-दीपक कुमार, खिलाड़ी स्टेडियम में वेटलिफ्टिग की प्लेट टूटी हुई हैं। राड एक ही होने से अन्य खिलाड़ियों को इंतजार करना पड़ता है। प्लेटफार्म भी सही नहीं है। खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएं।
-नेहा सिंह, खिलाड़ी स्टेडियम में खिलाड़ियों को वेटलिफ्टिग के लिए सामान की व्यवस्था होनी चाहिए। स्थायी कोच की तैनाती हो तो खिलाड़ी नेशनल लेवल पर भी अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।
-सुभाष प्रताप, खिलाड़ी