साप्ताहिक बंदी ने तोड़ीं वीकेंड टूरिज्म की उम्मीदें
सप्ताहांत में आगरा अधिक आते हैं पर्यटक स्मारक बंद रहने से पर्यटक नहीं आएंगे
आगरा, जागरण संवाददाता। साप्ताहिक बंदी ने ताजनगरी में वीकेंड टूरिज्म की उम्मीदों को तोड़ दिया है। साप्ताहिक बंदी में स्मारक भी बंद रहने से पर्यटन कारोबारियों को जोर का झटका लगा है। वीकेंड टूरिज्म के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, प्रदेश सरकार ने 21 जून से नाइट कर्फ्यू में रियायत और अन्य राहत की घोषणा तो की है, लेकिन साप्ताहिक बंदी यथावत रखी है।
कोरोना काल में दो माह की बंदी के बाद ताजमहल समेत सभी स्मारक पर्यटकों के लिए खुल चुके हैं। यहां साप्ताहिक बंदी के दिनों में शनिवार व रविवार को स्मारक बंद रहेंगे। ताजमहल शुक्रवार को बंद रहता है। ताजमहल सप्ताह में चार दिन और अन्य स्मारक पांच दिन ही खुल सकेंगे। स्मारक खुलने के बाद वीकेंड टूरिज्म की उम्मीदें लगाए बैठे पर्यटन कारोबारियों को इससे झटका लगा है। आगरा का पर्यटन कारोबार स्मारकों पर ही निर्भर है। स्मारक के बंद होते ही पूरा कारोबार ठप हो जाता है। पर्यटकों के नही आने से बाजार सूना हो जाता है। वीकेंड में स्मारक बंद रहने और अन्य दिनों में खुलने से पर्यटन कारोबार को कोई लाभ नहीं होगा। वीकेंड में ही पर्यटक अधिक आते हैं और यहां नाइट स्टे करते हैं। साप्ताहिक बंदी खत्म करने पर सरकार को विचार करना चाहिए।
-राकेश चौहान, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन साप्ताहिक बंदी में बाजारों में भीड़ रहती है। कहीं भी दिशा-निर्देशों का पालन होता हुआ नजर नहीं आता। सरकार को साप्ताहिक बंदी खत्म करने पर विचार करना चाहिए। वीकेंड में स्मारक खुलेंगे तो लोगों को काम मिलेगा।
-शमसुद्दीन, अध्यक्ष एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन