Weather Update: भीषण गर्मी से राहत लेकर आएगा सोमवार, मौसम विभाग का आंधी और बारिश का अनुमान
Weather Update पिछले कुछ दिनों से गर्मी से परेशान लोगों को सोमवार को राहत मिल सकती है। दिनभर बादल छाए रहेंगे। तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है या धूल भरी आंधी आ सकती है। सोमवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में गर्मी से परेशान लाेगों को सोमवार को कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विभाग का सोमवार को आंधी या तेज हवा के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है। वहीं, शनिवार रात पड़ोसी जिले में बारिश होने का असर रविवार को नजर आया।
अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। सुबह व शाम बादलों व सूरज में लुकाछिपी चलती रही, जिससे दिन में विगत कुछ दिनों की अपेक्षा लू के थपेड़े नहीं सहने पड़े।
सुबह से ही चलीं गर्म हवाएं
रविवार को सुबह से ही हवा चल रही थी। बादलाें व सूरज के बीच लुकाछिपी चलती रही। दोपहर 12 बजे तक मौसम सामान्य रहा। दोपहर एक बजे के बाद तेज धूप निकली। शाम को एक बार फिर बादल छा गए। अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो न्यूनतम तापमान से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था।
शनिवार को रहा था उमसभरा दिन
शनिवार को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रहा था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को बादल छाए रहेंगे। तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है या फिर आंधी आ सकती है। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
संजय प्लेस रहा सबसे अधिक प्रदूषित
शहर में रविवार को संजय प्लेस में वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 148 रहा, जो शनिवार के एक्यूआइ 159 से कम था। हवा में घुली अति सूक्ष्म कणों व धूल कणों की मात्रा में गिरावट आई।शहर के प्रदूषित क्षेत्रों में संजय प्लेस पहले और सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी दूसरे स्थान पर रही।
संजय प्लेस में वायु गुणवत्ता खराब, मनोहरपुर दयालबाग, सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी, शास्त्रीपुरम, रोहता व शाहजहां गार्डन में मध्यम स्थिति में दर्ज की गई। रोहता में हवा में घुले अति सूक्ष्म कणों और अन्य स्टेशनों पर धूल कणों की मात्रा अधिक रही। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार हवा में घुली अति सूक्ष्म कणों की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और धूल कणों की मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए।