Weather Update: आगरा मंडल में जमकर हुई बारिश, फिरोजाबाद की पुलिया में ट्रैक्टर डूबा
Weather Update कई दिनों से बादल तो छाए थे लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। उमस से लोग परेशान थे। जून में प्री-मानसून की बारिश कम होने के बाद जुलाई में भी बारिश नहीं हुई। अगस्त में सावन के महीने में बारिश अच्छी होने के आसार नजर आ रहे हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में रविवार को रवि को परास्त करते हुए मेघ मेहरबान हो उठे। सुबह से दोपहर तक बारिश हुई। इससे अधिकतम तापमान धड़ाम हो गया। रविवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान लगभग समान रहे।
सोमवार को आंशिक बादल छाए रहने का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने सोमवार को आंशिक बादल छाए रहने व बौछार पड़ने का पूर्वानुमान जारी किया है। शहर में बीते कुछ दिनों से मेघ रूठे हुए थे। सूरज व बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलने से उमस बढ़ी हुई चल रही थी। इससे शहरवासी परेशान थे। रविवार सुबह 9:30 बजे के करीब शहर पर मेघ मेहरबान हो उठे। बूंदाबांदी के बाद बारिश शुरू हो गई। यह दौर दोपहर 12:30 बजे तक चला।
इन जगहों पर हुई झमाझम बारिश
ताजगंज, ताजनगरी फेज-2, इंडस्ट्रियल एरिया, आवास विकास कालोनी, कमला नगर, नामनेर, यमुना पार समेत अन्य क्षेत्रों में झमाझम वर्षा हुई। इससे मौसम सुहाना हो उठा। दोपहर तीन बजे के करीब धूप निकल आई, जिससे उमस बढ़ गई। सुबह 8:30 बजे न्यूनतम आर्द्रता 94 प्रतिशत और शाम 5:30 बजे अधिकतम आर्द्रता 95 प्रतिशत रही।
6.6 एमएम बारिश रिकार्ड
शनिवार सुबह 8:30 बजे से रविवार सुबह 8:30 बजे तक 6.6 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28.1 डिग्री सेल्सियस रहा था।
एटा में झमाझम बारिश, शहर पानी-पानी
एटा जिले में रात से ही झमाझम बरसात हो रही है। शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया है। कांवड यात्रियों को निकलने में कठिनाई हो रही है मगर उमस और गर्मी से काफी हद तक राहत मिली है।
सुबह हुई एटा में झमाझम बारिश
रात तीन बजे से तेज वर्षा शुरू हो गई इससे पहले बूंदाबांदी हो रही थी। इसके बाद सुबह से लगातार पानी बरस रहा है। शहर में ठंडी सड़क, पीपल अड्डा, किदवई नगर, हाथी गेट, रेलवे रोड, सब्जी मंडी, घंटाघर आगरा रोड निधैली रोड, शंति नगर, अरुणा नगर आदि इलाकों में जलभराव की स्थिति है। जहां सीवर के कारण सड़कें खुदी हैं वहां भारी फिसलन है। दूसरी तरफ कांवड़ यात्रा पर भी बारिश का असर दिखाई दे रहा है। सुबह के वक्त सड़कों पर संख्या कम दिखाई दे रही है।
कासगंज में रिमझिम के बाद जोरदार बारिश
कासगंज में मध्यरात्रि के बाद से रविवार को दोपहर तक हुई रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश ने उमस और गर्मी से तो राहत दी, मगर सड़कों पर जलभराव ने लोगों की आफत बढ़ा दी। जगह-जगह जलभराव की स्थिति देखी गई। राहगीरों, वाहन चालकों का आवागमन प्रभावित हुआ। व्यापारिक प्रतिष्ठान देर से खोले गए। बारिश थमने पर दोपहर बाद बाजार में रौनक देखने को मिली।
फिरोजाबाद में दो घंटे बरसे बादल
रविवार का सूर्य देव अवकाश पर रहे। बादलों ने उन्हें निकलने ही नहीं दिया। सुबह आठ बजे से दस बजे तक मेघ जमकर बरसे। इसके बाद भी तीन घंटे तक हल्की बारिश होती रही। इससे हर जगह जगह पानी ही पानी नजर आने लगा। कई गली मुहल्ले टापू बन गए। प्रमुख स्थानों और सरकारी भवनों में भी पानी भर गया। इससे जनजीवन प्रभावित हो गया।
चंद्रवार गेट में डूबा ट्रैक्टर, रिक्शा वाले की बची जान
कुछ दिन पहले ही चौड़ी हुई चंद्रवार गेट की पुलिया का 80 प्रतिशत हिस्सा डूब गया। जिसमें नगर निगम का पूरा ट्रैक्टर डूब गया। उसे निकालने के लिए नगर निगम से हाइड्रा मशीन भेजी गई। एक रिक्शा वाला भी डूबने से बचा। काफी मुश्किल से उसकी जान बच सकी।
मैनपुरी में झमाझम बारिश, राहों पर दौड़ता रहा पानी
सावन का महीना समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इस सीजन में ऐसी एक भी बारिश ऐसी नहीं हुई, जिसे याद रखा जाए। अब रविवार को सुबह छह बजे से पहले आसमान पर बादल उमड़े तो हल्की बूंदाबांदी होने लगी। कुछ मिनट के बाद यह थम गई, लेकिन इसके बाद बीस मिनट की जोरदार वर्षा से हर कोई खुश नजर आया।
वर्षा का यह क्रम कुछ मिनट को रुका तो तेज बयार के साथ घिरी घटाओं के साथ फिर से वर्षा होने लगी। इसके बाद से तो बारिश ने ऐसा क्रम पकड़ा कि सावन मल्हार गाने लगा। करीब सात घंटे से ज्यादा तक झूम-झूम कर बारिश हुई तो हर ओर पानी ही पानी नजर आने लगा। शहर और कस्बों में तमाम राहें और गलियां पानी में डूबी दिखाई थी।
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