दस साल में नहीं पूरी हुई मकान की आस
आगरा : अपने घर का सपना पूरा न होने के यह तो दो ही उदाहरण हैं। डूडा ने 2008 में राजीव आवास योजना में 6240 गरीबों को आवास देनैे की घोषणा की थी।
आगरा : अपने घर का सपना पूरा न होने के यह तो दो ही उदाहरण हैं। डूडा ने 2008 में राजीव गांधी आवास योजना में 6240 गरीबों को आवास देने की घोषणा की थी। इसके लिए शास्त्रीपुरम में जमीन चिह्नित की गई। एफ ब्लॉक में गरीबों के आवास बनना शुरू हुए, लेकिन अफसरों की लापरवाही ने गरीबों का सपना तोड़ दिया। शमशाद का कहना है कि अफसरों ने दो माह के भीतर मकान के आवंटन का आश्वासन दिया। दस साल से आवास के लिए परेशान हैं, कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एक अन्य आवंटी नूरुल हसन ने बताया कि दस साल से मकान का इंतजार कर रहे हैं। 75 फीसद लाभार्थी ऐसे हैं जो पूरा पैसा जमा कर चुके हैं। सत्यापन के नाम पर लिए 500-500 रुपये
लाभार्थियों का आरोप है कि डूडा कार्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर कोई जांच नहीं होती। मकान के आवंटन के दौरान छह बार जांच हो चुकी हैं। तीन बार 500-500 रुपये लिए जा चुके हैं। इसकी शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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- शास्त्रीपुरम में गरीबों के आवास बनने में देरी क्यों हो रही हैं। इस मामले की जांच कराई जाएगी।
अरुण प्रकाश, नगरायुक्त
- लाभार्थी का नाम : शमशाद। निवासी : बालाजीपुरम। शमशाद ने वर्ष 2008 में डूडा कार्यालय में आवास के लिए आवेदन किया था। फॉर्म के साथ नौ हजार रुपये जमा कराए। अब तक 25574 रुपये जमा करा चुके हैं। शास्त्रीपुरम स्थित एफ ब्लॉक में आवास आवंटित हुआ, लेकिन डूडा ने कब्जा नहीं दिया है। - लाभार्थी का नाम : नाजिमी। निवासी : आवास विकास सेक्टर सात। नाजिमी ने निर्धारित धनराशि जमा कराई। डूडा कार्यालय के अब तक 100 से अधिक चक्कर लगा चुकी हैं। मकान कब मिलेगा, इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।