बाह को विकास और रोजगार की दरकार
आगरा जनपद की अहम सीट बाह विधानसभा क्षेत्र में मतदाता कर रहे चुनावी मंथन
सत्येंद्र दुबे, आगरा। धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी बाह। अद्भुत 101 मंदिर श्रंखला, उल्टी बहती यमुना नदी। भगवान श्रीकृष्ण के पितामह राजा सूरसेन की राजधानी। जैन अनुयायियों का प्रमुख तीर्थस्थल शौरीपुर। इसी इलाके में है वीरसपूतों का गांव रुदमुली। जिले की बेहद अहम विधानसभा सीट पर सियासी बिसात बिछ चुकी है। बाह को जिला बनाने और रोजगार अहम मुद्दा है। घने कोहरे में अघाना तापते लोगों के बीच चुनावी चर्चा की गर्माहट है।
दोपहर 12 बजे जागरण की इलेक्शन बाइक घने कोहरे के बीच बटेश्वर पहुंची। सर्दी से ठिठुरते हुए खेतों के किनारे अलाव जलता देख राहत मिली। पास पहुंचे तो लोग आवभगत में जुट गए। इत्ते कोहरा में कहां जाइ रए बाबूजी, नैक ताप लेओ, आराम मिलेगौ। अलाव पर पहले से मौजूद आठ-दस लोगों के बीच चुनावी जंग छिड़ी हुई थी। 50 वर्षीय बृजेश शास्त्री बोले, बोटन के लैं, नेता घूम उठे एं। सब पार्टिन के नेता कह रहे, विकास हम करिगे। हर बेर एैसेई चौं कहतें। 60 वर्षीय राम सिंह आजाद ने बात काटते हुए कहा। हम बाए बोट दंगे जो नाली-खड़ंजा ए साफ करबावे। रोड किनारे लाइट लगवाइवे। खेतन में नुकसान पहुंचाइ रहीं गाइन कूं पकड़बावे। सुमन वर्मा ने बात आगे बढ़ाई। सही कह रहे चचा, पूरी रात खेतन पै ई जगार करनी पड़ै। निगाह बचतई खेतन में गइयन कौ झुंड घुस जावतुए। कहा करैं बिनकौ।
अलाप तापकर शरीर को गर्मी मिली और फिर इलेक्शन बाइक आगे बढ़ी। 18 किलोमीटर दूर बड़ागांव में परचून की दुकान पर महफिल सजी है। खेत से लौटकर बीड़ी जलाते हुए राम सिंह बोले, बाह की विकास की बात करौ, रोजगार की करौ। मरवे-मारिवे की नाय। महंगाई इत्ती कर दई, बच्चा गाम छोड़कैं नौकरी करबे शहर भाग रए। यहीं रोजगार लगजाए तौ बात बनै। युवा हरिओम ने कहा, पढ़े-लिखनने 10 हजार की नौकरी मिल रई और बगैर पड़े मिस्त्री-बेलदार 15-20 हजार कमाइ रहे। 80 वर्षीय पूर्व सैनिक महावीर सिंह बोले, बाह जब तक अलग जिला नहीं बनेगा। यहां का रोजगार न होगा। नेता चाहें तो सब कर सकते हैं लेकिन अपने फायदे के लिए नहीं करते। राम सिंह ने बात काटी। फौजी साब, बाह अलगते जिला बनौ और तबउ रोजगार न मिले तौ कहा करिगे। ऐसे नेताए विधायक बनाओ जो सबकी सुनै और करैऊ। राजकिशोर ने कहा, हमाऔ वोट विकास कूं ऐ। एक किलोमीटर आगे नहटौली गांव 90 वर्षीय पूर्व शिक्षक रामचंद्र के दरवाजे पर भी यही चर्चा। पूर्व प्रधानाचार्य नत्थीलाल कहते हैं, नेता जनता से जुड़ा हो। रोजगार और विकास के मुद्दों को तरजीह दे, हमारा वोट उसी को जाएगा। पूर्व प्रधान सुरेंद्र नाथ, श्याम सुंदर, रामकेस समेत अन्य मौजूद लोगों ने उनकी हां में हां मिलाई। जागरण की इलेक्शन बाइक बाह लौट आई।