सोशल मीडिया पर खुला आगरा के ताजमहल का बड़ा रहस्य
ताजमहल के बड़े रहस्य को लेकर भले ही सरकार डर रही है, लेकिन सोशल मीडिया पर वह राज खुल गया है। ताजमहल के जिस दरवाजा को खोलने से सरकार डर रही है, वह फिलहाल सोशल मीडिया पर खुल गया है।
आगरा (जेएनएन)। ताजनगरी आगरा में विश्व की सबसे खूबसूरत इमारत में शुमार ताजमहल के एक बड़े रहस्य को लेकर भले ही सरकार डर रही है, लेकिन सोशल मीडिया पर वह राज खुल गया है। ताजमहल के जिस दरवाजा को खोलने से सरकार डर रही है, वह फिलहाल सोशल मीडिया पर खुल गया है।
ताजमहल का एक दरवाजा आज यूट्यूब में टॉप ट्रेंडिंग में है। यह एक वीडियो है जहां लिखा है ताजमहल का वो दरवाजा जिसे खोलने से सरकार भी डरती है। इसके पीछे कितनी सच्चाई है किसी को नहीं पता, लेकिन सोशल मीडिया वायरल में खबर नंबर वन में बनी हुई है। काफी दिनों से एक खबर वायरल हो रही है। यूट्यूब में टॉप ट्रेंडिंग में बना एक वीडियो है जहां लिखा है ताजमहल का वो दरवाजा जिसे खोलने से सरकार भी डरती है।
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वीडियो में बताया गया है कि ताज महल का निर्माण वर्ष 1631 में शुरू करवाया गया था। आज भी ताज महल का निर्माण कुशलता का एक बेमिसाल नमूना कहा जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि ताजमहल के नीचे हजार से भी अधिक कमरे हैं। उनका मानना है कि ताजमहल जितना ऊपर है उतना ही है धरती के नीचे बनाया गया है।
उस समय कोई भी किला बनाया जाता था तो बाहर निकलने का रास्ता भी बनाया जाता था। ऐसा ही ताजमहल के अंदर भी है इसके नीचे एक रास्ता भी है जो कहीं दूर बाहर निकलता है। उन तहखानों की तरह उस रास्ते को भी शाहजहां के समय से ही बंद करवा दिया गया।
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ताजमहल के नीचे के इन कमरों को ईटों से ही बंद करवाया गया है। शोधकर्ताओं का मानना है इन तहखानों को ताजमहल के निर्माण के पश्चात बनाया गया।
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इन कमरों को बनाने के पश्चात इन्हें ईटो से ढक दिया गया। ऐसा हक केवल सरकार के पास ही है। शायद उन दरवाजों के पीछे कोई बड़ा खजाना हो सकता है।
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पुरातत्व शास्त्रियों का मानना है कि उन दरवाजों के पीछे ऐतिहासिक दस्तावेज भी हो सकते हैं जो हमारे इतिहास को बदल कर रख सकते हैं। अब इस खबर में कितनी सच्चाई है इसका कुछ पता नहीं चल पाया है।