Tundla By Poll 2020: नोटा का विकल्प भी कर दिया ग्रामीणों ने खारिज, समझाते ही रह गए अधिकारी
Tundla By Poll 2020 टूंडला में मतदान का बहिष्कार करने वाले ग्रामीणों को मनाने के प्रयास दोपहर तीन बजे तक चले मनाने के प्रयास। रूधऊ मुस्तकिल में नहीं पड़ा एक भी वोट। दिनभर पोलिंग बूथों पर खाली बैठे रहे मतदान अधिकारी।
आगरा, जेएनएन। टूंडला विस क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में विकास कार्य न होने से नाराज ग्रामीणों ने मतदान का विरोध किया। रूधऊ मुस्तकिल में आखिर तक एक भी वोट नहीं पड़ा। जबकि अन्य गांवाें में दोपहर 12 बजे मतदान शुरू हो गया था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी योजना अर्बन मिशन में शामिल गांव रूधऊ मुस्तकिल से विरोध की शुरूआत हुई। 629 मतदाताओं ने विकास नहीं तो वोट नहीं का नारा देते हुए मतदान न करने का फैसला किया। सुबह पहले एसडीएम सिरसागंज एकता सिंह, फिर सीडीओ नेहा जैन, व अन्य अधिकारी पहुंचे, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। वहीं घुरकुआ, भैंसा बृजपुर, नगला बंशी में पानी, नगला बलू में पानी और शौचालय, कछपुरा में श्मशान घाट की मांग को लेकर विरोध हुआ। नगला बलू में काफी प्रयास के बाद भी शाम पांच बजे तक केवल छह वोट ही पड़ सके।
टूंडला विधानसभा के बूथ संख्या गांव भैंसा बृजपुर, ब्लॉक टूंडला में पानी और सड़क की समस्याओं को लेकर पूरे गांववासी मतदान के दिन मंगलवार को लामबंद हो गए। एक भी मतदाता, बूथ पर नहीं पहुंचा। स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने समझाया, मगर मानने को तैयार नहीं हुए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, अनुदेशकों और शिक्षामित्रों ने भी साफ मना कर दिया है कि हम भी गांव वालों के साथ हैं, हम भी वोट नहीं करेंगे। वहीं कायथा ग्राम पंचायत का नगला बलू ,कछपुरा और भैसा मंडनपुर और टूंडला के रूधऊ मुस्तक़िल में सन्नाटा पसरा है। मतदाता वोट डालने को तैयार नहीं। उनका कहना था कि गांव में कई सालों से चली आ रहीं समस्याएं दूर नहीं हुई हैं। वोट के समय ही नेता और अधिकारी आते हैं और उसके बाद कोई नहीं झांकने आता।