Move to Jagran APP

इंटरनेट मीडिया पर हेलो गैंग संग पुलिस की भी खुली पोल

एक गैंग की पुलिस से सेटिग की बात सामने आने पर आइजी ने शुरू कराई जांच हेलो गैंग के मुकदमों में अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा कर रहे हैं आइजी

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 05:40 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 05:40 AM (IST)
इंटरनेट मीडिया पर हेलो गैंग संग पुलिस की भी खुली पोल
इंटरनेट मीडिया पर हेलो गैंग संग पुलिस की भी खुली पोल

आगरा, जागरण संवाददाता। चंबल के बीहड़ में सक्रिय साइबर शातिरों के गैंग में इंटरनेट मीडिया पर वार छिड़ गया। इससे गैंग के सदस्यों के साथ ही पुलिसकर्मियों की भी पोल खुल गई है। एक गैंग का सरगना मुकदमों में वांछित है मगर, पुलिस से सेटिग के चलते नहीं पकड़ा गया। मामला संज्ञान में आने के बाद आइजी ए सतीश गणेश ने इसकी जांच शुरू करा दी है।

loksabha election banner

चंबल के बीहड़ के दर्जनभर गांवों में साइबर शातिरों के गैंग सक्रिय हैं। ये नौकरी दिलाने, टावर लगवाने के साथ लड़कियों से दोस्ती कराने के विज्ञापन समाचार पत्रों में देते हैं। मोबाइल पर काल आते ही लोग जाल में फंस जाते हैं। इसके बाद वे अपने खातों में रकम जमा करा लेते हैं। पिनाहट के पड़ुआपुरा गांव में भी इस तरह के दो गैंग संचालित होने की जानकारी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है। गैंग से जुड़े लोगों ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर पोल खोल दी। एक गैंग के सदस्य के लिए लिखा गया कि वह गैंग को सिम और बैंक खाता उपलब्ध कराता है। उसने दूसरे गैंग के सरगना की पूरी पोल खोल दी। उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों से लेकर गिरफ्तारी न होने का पूरा चिट्ठा फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। लिखा कि सरगना की पुलिस से सेटिग है। इसीलिए वह पकड़ा नहीं जा रहा। क्षेत्र के किसी व्यक्ति ने आइजी ए सतीश गणेश से इसकी शिकायत कर दी। फेसबुक की सभी पोस्ट के स्क्रीन शार्ट भी उपलब्ध कराए। आइजी ने इसकी जांच शुरू करा दी है। अब सभी मुकदमों में की गई कार्रवाई की समीक्षा की जा रही है। छह मुकदमे, 56 आरोपित, 49 की गिरफ्तारी

आइजी की प्रारंभिक छानबीन में उजागर हुआ है कि सात वांछितों पर पिछले एक साल से पुलिस मेहरबान है। सभी अभियुक्त तो बनाए गए मगर उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। एक वर्ष में हेलो गैंग के खिलाफ सदर, बाह, जैतपुर और खेड़ा राठौर थाने में छह मुकदमे दर्ज हुए हैं। सभी में पुलिस ही वादी है। इनमें 56 आरोपित बनाए गए हैं। 49 गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि सात फरार हैं। इनमें से तीन आरोपित थाना सदर के मुकदमे में वांछित हैं। इसकी विवेचना ताजगंज थाने से चल रही है। यह मुकदमा तत्कालीन इंस्पेक्टर सद ने दर्ज कराया था। अन्य मामलों में भी थाना प्रभारी ही वादी बने मगर उनकी विवेचना दूसरे थाने से नहीं कराई गई। इन वांछितों में पड़ुआपुरा गांव का वह युवक भी शामिल है जिसकी फोटो वायरल हो रही है। उसे एक सफेदपोश का गुर्गा कहा जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.