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CoronaVirus नहीं हमें भूख मार देगी, पढ़ें Quarantine Center में क्‍यों बोली संक्रमित सिपाही पत्‍नी ये बात

सिपाही पति के संक्रमित आने पर फीरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज में किया गया है क्‍वारांटाइन। तीन बच्‍चों के साथ भूख प्‍यास से परेशान हो रही महिला।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 01:32 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 01:32 PM (IST)
CoronaVirus नहीं हमें भूख मार देगी, पढ़ें Quarantine Center में क्‍यों बोली संक्रमित सिपाही पत्‍नी ये बात
CoronaVirus नहीं हमें भूख मार देगी, पढ़ें Quarantine Center में क्‍यों बोली संक्रमित सिपाही पत्‍नी ये बात

आगरा, जेएनएन। क्‍वारांटाइन सेंटर की एक बार फिर बदहाल तस्‍वीर उजागर हुई है। सिपाही पति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद उसकी पत्‍नी और तीन बच्‍चों को क्‍वारंटाइन सेंटर में तो ला दिया गया लेकिन रात से सुबह तक न पानी मिला और न कुछ खाने को। बस जो आ रहा वो नाम और उम्र पूछ कर चला जा रहा है। भूख प्‍यास से महिला की डेढ़ साल की बेटी, साढ़े चार साल का बेटा बदहाल हो रहे हैं। ये दर्द एक मां ने अपने बच्‍चों की खातिर क्‍वारंटाइन सेंटर से वीडियो बनाकर वायरल किया है।

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दरअसल चार दिन पूर्व शिकोहाबाद थाने में तैनात सिपाही ने खुद को संक्रमण की आशंका जताई थी। वह खुद जांच कराने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचा था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सैम्पल करने से इन्कार कर दिया बाद में उसने पीआरवी बुलवाकर हंगामा काटा, तब उसका सैम्पल लिया गया था। इसके बाद उसे क्वारंटाइन में भेजा गया। गुरुवार देर रात आई रिपोर्ट में सिपाही पॉजिटिव पाया गया। रात में ही उसके सपंर्क में आए सिपाहियों की सूची तैयार कराई गई। शुक्रवार सुबह थाने के दस सिपाहियों को क्वारंटाइन पर भेजा गया। वहीं टूंडला में रहने वाली सिपाही की पत्नी और ससुराल के सदस्यों को अग्रसेन धाम में बने क्‍वारंटाइन सेंटर में भेजा गया। फिर वहां से मेडिकल कॉलेज के वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।  इसके साथ ही थाना परिसर सैनिटाइज कराया गया और सिपाहियों की थर्मल स्कैनिंग हुई। शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक क्‍वारंटाइन सेंटर में सिपाही के परिवार को न पानी मिला और न भोजन। बच्‍चों की भूख से व्‍याकुल होकर सिपाही की पत्‍नी ने सारी व्‍यवस्‍था का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में सिपाही की पत्‍नी बता रही है कि रात से सुबह तक सेंटर में न भोजन मिला और न पानी। डेढ़ साल की बेटी और साढ़े चार साल का बेटा भूख से व्‍याकुल हो रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। बस जो आ रहा है वो नाम और उम्र पूछ कर चला जा रहा है। बहुत मुश्किल से पानी की बोतल और बिस्‍कुट के पैकेट किसी अन्‍य की मदद से मुहैया हो सके हैं। सिपाही की पत्‍नी का कहना है कि कोरोना से नहीं बल्कि भूख प्‍यास से वे लोग मर जाएंगे।  


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