पीड़ित भी बन गए आरोपित, जानिए क्या है करोड़ों की ठगी का मामला
एसटीएफ की पकड़ में आकर कार लोन के नाम पर ठगी करने वाले रजत कुलश्रेष्ठ ने खोली कईं परतें।
आगरा, जागरण संवाददाता। कार लोन के नाम पर बैंकों से आठ करोड़ की ठगी के आरोपित जालसाज रजत के शिकार अन्य पीड़ित भी पुलिस के पास पहुंचे हैं। शायद ही कोई ऐसा परिचित बचा हो, जिसे जालसाज ने ठगा नहीं था। उसके जाल में फंसकर पीड़ित ही धोखाधड़ी के आरोपित बन गए। पुलिस जालसाज की पत्नी और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
नाई की मंडी स्थित बैंक कॉलोनी निवासी रजत कुलश्रेष्ठ को एसटीएफ ने दो दिन पहले नोएडा से गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ आगरा में सात मुकदमे दर्ज हैं। जालसाज पर कार लोन के नाम पर बैंकों से आठ करोड़ से अधिक की ठगी का आरोप है। इसमें उसकी पत्नी सहित मोहित अग्रवाल आदि भी नामजद हैं। पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि रजत ने अधिकांश लोगों से उनकी कार बीपीओ समेत अन्य कंपनियों में लगाने की कहा था। इसके बदले में कार बैंक की किस्त से दोगुना रकम मिलने का लालच दिया। इसके चलते लोग उसके जाल में फंसते गए। उसने फर्जी तरीके से 61 कारों पर बैंक से लोन लिया था। यह लोन जिन लोगों के नाम लिए गए, बैंकों ने जालसाज के साथ उन्हें भी मुकदमे में नामजद किया है। शातिर बैंक लिमिट में मकान को दिखाते समय भी कई तथ्य छिपा गया था। इंस्पेक्टर न्यू आगरा अजय कौशल ने बताया अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
शाही अंदाज से धोखा खा जाते थे लोग
जालसाज के शाही अंदाज से प्रभाव में आकर लोग धोखा खा जाते थे। वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता था। बैंक अधिकारियों और शिकार बनाने वाले लोगों को अपने उच्च अधिकारियों से अपने संबंधों का हवाला देता था।