Move to Jagran APP

UP Board 2023: शिक्षकों की सूचना भेजने में नहीं चलेगी मनमानी, डिबार शिक्षकों का भी देना होगा ब्यौरा

UP Board 2023 लापरवाही के लिए संबंधित विद्यालय के शिक्षक होंगे जिम्मेदार। बोर्ड परीक्षा को पारदर्शी व नकल विहीन कराने की बोर्ड की कवायद। दस दिसंबर तक डाटा अपडेट करने का प्रधानाचार्यों को निर्देश। जिला विद्यालय निरीक्षक स्तर से डाटा भेजने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर।

By Sandeep KumarEdited By: Tanu GuptaPublished: Tue, 29 Nov 2022 01:02 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 01:02 PM (IST)
UP Board 2023: शिक्षकों की सूचना भेजने में नहीं चलेगी मनमानी, डिबार शिक्षकों का भी देना होगा ब्यौरा
प्रधानाचार्यों को 10 दिसंबर तक डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारियां तेजी पकड़ने लगी हैं। केंद्र निर्धारण के साथ ही केंद्र व्यवस्थापकों, कक्षा निरीक्षकों और परीक्षा की तैनाती के लिए कवायद भी शुरू हो चुकी है। बोर्ड ने सभी प्रधानाचार्य को निर्देश दिए हैं कि वह बोर्ड परीक्षा-2023 के लिए अपने शिक्षकों का डाटा 10 दिसंबर तक अपडेट कर दें, ताकि उनकी समय से तैनाती की जा सकें। लेकिन इससे पहले उन्हें अपने यहां के डिबार शिक्षकों व प्रधानाचार्यों का ब्यौरा देना होगा।

loksabha election banner

जिला विद्यालय निरीक्षण मनोज कुमार ने बताया कि बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक और परीक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रधानाचार्यों को 10 दिसंबर तक डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानाचार्य तय तिथि तक अपने विद्यालय के शिक्षकों का पूरा विवरण परिषद की वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से अपडेट कर दें। साथ ही विद्यालय के डिबार शिक्षक और प्रधानाचार्यों का ब्योरा भी उपलब्ध कराएं। डाटा अपलोड न करने या गलत सूचना देने पर संबंधित प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे।

यह भी पढ़ेंः Agra Crime News: पुलिस बूथ के पास व्यस्त बाजार में चाेरों ने दुकान काे बनाया निशाना, शटर तोड़कर कैश ले गए

माध्यमिक शिक्षा सचिव ने दिए हैं निर्देश

जिला विद्यालय निरीक्षक ने यह आदेश माध्यमिक शिक्षा सचिव के निर्देश पर जारी किया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि बोर्ड परीक्षा 2023 के लिए प्रधानाचार्य अपने यहां तैनात शिक्षकों का डाटा परिषद की वेबसाइट पर अपडेट कर दें। इसमें उस कक्षा की जानकारी जिसके लिए अध्यापकों की नियुक्ति की गई है, उनका अध्यापन विषय कोड, विद्यालय छोड़ चुके या दिवंगत शिक्षकों की जानकारी डिलीट करके नवनियुक्त शिक्षकों का डाटा अपडेट करके अनिवार्य रूप से अपलोड करना है।

यह भी दी चेतावनी

बोर्ड सचिव ने निर्देश के साथ चेतावनी भी दी है कि किसी भी कार्यरत शिक्षक का विवरण अपलोड होने से न छूटे। जिन शिक्षक व प्रधानाचार्यों को बोर्ड ने विभिन्न कारणों से डिबार कर दिया है, पोर्टल पर डाटा में डिबार श्रेणी में अवश्य दर्शाया जाए। विद्यालय में कार्यरत अर्ह शिक्षकों का विवरण पोर्टल पर अपलोड करने कराने की जिम्मेदारी सिर्फ प्रधानाचार्य की होगी। प्रतिकूल स्थिति में प्रधानाचार्य पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे।

यह भी पढ़ेंः Police Commissioner Agra: आगरा के पहले पुलिस कमिश्नर का नाम तय, SSP प्रभाकर चौधरी का देर रात हुआ तबादला

शैक्षिक विवरण को भी जरूरी

बोर्ड ने परीक्षा के लिए पहली बार शिक्षकों के अन्य विवरण के साथ उनका शैक्षिक विवरण भी मांगा है। इसमें स्नातक व परास्नातक स्तर के विषयों का स्पष्ट विवरण व शैक्षिक प्रमाण-पत्रों को पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश हैं। यह सारी कवायद बोर्ड परीक्षा को निष्पक्ष व पारदर्शी बनाने के लिए की जा रही है। विद्यालय से डाटा अपलोड होने के बाद सीधे जिला विद्यालय निरीक्षक के पोर्टल पर स्थानांतरित होगा। निरीक्षण के बाद जरूरी संशोधन हो सकेंगे और फिर जानकारी पोर्टल पर सुरक्षित करके बोर्ड को भेजी जाएगी। इस डाटा के आधार पर ही केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षक और कक्ष निरीक्षक तैनात होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक स्तर से डाटा भेजने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.