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Unlock 1.0: कारोबार तो खुला लेकिन मुश्किल नहीं हुई खत्‍म, अब ये मार झेल रहा सराफा बाजार

Unlock 1.0 सोने का काम करने वाले कारीगर न होने के चलते नहीं बन पा रहे नए जेवरात। लॉक डाउन में पश्चिम बंगाल के कारीगर लौट गए वापस।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 03:13 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 09:39 AM (IST)
Unlock 1.0: कारोबार तो खुला लेकिन मुश्किल नहीं हुई खत्‍म, अब ये मार झेल रहा सराफा बाजार
Unlock 1.0: कारोबार तो खुला लेकिन मुश्किल नहीं हुई खत्‍म, अब ये मार झेल रहा सराफा बाजार

आगरा, गौरव भारद्वाज। लॉक डाउन में मजदूरों के वापस अपने घर लौटने से कई कारोबार प्रभावित हैं। इसमें सराफा बाजार भी अछूता नहीं रहा है। सराफा कारोबारियों के पास सोना तो है लेकिन उस सोने को गले का हार या अंगूठी का आकार देने वाले कारीगर नहीं है। कारीगर न होने के चलते सराफा बाजार में गहनों का स्टॉक नहीं है। इससे सराफा काराेबारी परेशान हैं। आगरा से बाहर की मंडी में भी कारीगर न होने के चलते ऑर्डर पूरे नहीं हो पा रहे हैं।

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लॉक डाउन लागू होने पर प्रवासी मजदूर वापस अपने राज्य लौट गए थे। इसमें पश्चिम बंगाल के सोने के जेवरात बनाने वाले कारीगर भी थे। अब जब अनलॉक हाे गया है और बाजार खुल गया है तब भी यह कारीगर वापस नहीं आए हैं। वहीं, सराफा बाजार में सहालग के चलते सोने के जेवरात खरीदने वालों की अच्छी भीड़ है। चौबे जी के फाटक स्थित सराफा रिंकू बंसल ने बताया कि 29 जून तक सहालग है। इसमें देहाती क्षेत्रों में अधिक शादियां हैं। इसके चलते शादी के लिए खरीदारी करने वाले की संख्या अच्छी है। लॉक डाउन से पहले जो स्टॉक था, उसमें से अधिकांश इन 10 दिनों में निकल गया। कारीगरों के वापस न आने के चलते नए ऑर्डर पूरे नहीं हो पा रहे हैं। श्री सराफा कमेटी रजिस्टर्ड के मंत्री देवेंद्र गोयल ने बताया कि सहालग के चलते बाजार में ऑर्डर तो हैं, लेकिन कारीगरों के वापस न आने के कारण नए स्टॉक तैयार नहीं हो पा रहा है। इससे सराफा कारोबारियों को नुकसान हो रहा है।

एक हजार से ज्यादा हैं कारीगर

ताजनगरी में सोने के जेवरात बनाने वाले पश्चिम बंगाल के एक हजार से ज्यादा कारीगर हैं। सराफा इन्हें सोना देकर अपने डिजायन बनवाते हैं। इसके बदले यह मेकिंग चार्ज लेते हैं। नामनेर, नमक की मंडी में बडे़ स्तर पर यह काम होता है। मगर, लॉक डाउन के बाद यह कारीगर वापस नहीं आए हैं। ऐसे में सोने के नए जेवरात नहीं बन पा रहे हैं।

दिल्ली ने भी खडे़ किए हाथ

सराफा कारोबारियों ने बताया कि ऑर्डर पूरे करने के लिए मेरठ, दिल्ली की मंडी में भी संपर्क किया, लेकिन वहां भी यही हाल है। ठेकेदारों ने अभी कोई भी काम लेने से मना कर दिया है। कारीगरों से भी बात हुई, लेकिन उन्होंने अभी वापस आने से मना कर दिया है।

रिपेयरिंग तक नहीं हो पा रही

अनलॉक में बाजार खुलने के बाद बहुत से ग्राहक अपने जेवरात सही कराने आ रहे हैं, लेकिन कारीगर न होने के चलते रिपेयरिंग तक नहीं हो पा रही है। सराफा कारोबारी ग्राहकों को कारीगर आने पर फोन कर बुलाने की बात कह रहे हैं। 


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