Ambedkar University Agra: विश्वविद्यालय में बदलने वाला है सालों पुराना सिस्टम, छात्रों को मिलेंगी कंप्यूरीकृत अंकतालिकाएं
Ambedkar University Agra कुलपति ने शुरू किया योजना पर काम। हाथ से बनी अंकतालिकाएं अब नहीं मिलेंगी। कंप्यूटरीकृत अंकतालिका के लिए जरूरी संसाधन जुटाए जा रहे हैं। आवेदन करने के बाद छात्रों के हाथ में कंप्यूटरीकृत अंकतालिकाएं ही पहुंचेगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में सालों पुराना सिस्टम बदलने वाला है।छात्रों को अब हाथ से बनी अंकतालिकाएं नहीं मिलेंगी। आवेदन करने के बाद छात्रों के हाथ में कंप्यूटरीकृत अंकतालिकाएं ही पहुंचेगी, इस योजना पर कुलपति ने काम शुरू कर दिया है।
विश्वविद्यालय में किसी छात्र की अंकतालिका खो जाती है या उसमें कोई गलती होती है, तो वो आनलाइन आवेदन करता है और 200 रुपये का शुल्क अदा करता है। गलती सुधार कर या डुप्लीकेट अंकतालिका छात्रों को हाथ से बनी मिलती है। कंप्यूटरीकृत अंकतालिका के लिए भी शुल्क जमा होता है। कंप्यूटरीकृत अंकतालिका बनने के बाद हाथ से बनी अंकतालिका छात्र के किसी काम नहीं आती है। यह अंकतालिका बनवाने के लिए भी छात्रों को विश्वविद्यालय के कई चक्कर काटने पड़ते हैं, उसके बाद भी कर्मचारी कई बार पैसे लेकर अंकतालिका बनाकर देते हैं। कुलपति के पास लगातार इसकी शिकायतें पहुंच रही थी। छात्र हित में कुलपति ने अब कंप्यूटरीकृत अंकतालिकाएं देने का ही फैसला किया है। कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने बताया कि सालों से चले आ रहे इस सिस्टम को बदलने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे। योजना पर काम शुरू हो चुका है, जहां व्यवस्था चौकस नहीं है, उसे सुधारा जा रहा है। कंप्यूटरीकृत अंकतालिका के लिए जरूरी संसाधन जुटाए जा रहे हैं।