Move to Jagran APP

केंद्रीय राज्य संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पहुंचे आगरा, पूछा ताजमहल और कोस मीनार पर क्या हैं नियम

एएसआइ के माल रोड स्थित सर्किल आफिस में की विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक। भाजपा नेताओं ने बताई पर्यटकों को लपकों द्वारा परेशान करने की समस्या। स्मारकों के संरक्षण के साथ पर्यटन सुविधाओं की जानकारी ली। केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि कोस मीनार क्या हैं?

By Nirlosh KumarEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 02:17 PM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 02:17 PM (IST)
केंद्रीय राज्य संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पहुंचे आगरा, पूछा ताजमहल और कोस मीनार पर क्या हैं नियम
केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बुधवार सुबह पहुंचे आगरा।

आगरा, जागरण संवाददाता। केेंद्रीय राज्य संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बुधवार सुबह आगरा पहुंचे। उप्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों को भाजपा की बैठक में भाग लेने आए केंद्रीय मंत्री ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के माल रोड स्थित सर्किल आफिस की विजिट की। करीब एक घंटे तक आफिस में रुककर उन्होंने पालिसी मैटर्स पर अधिकारियों के साथ गहन मंथन किया।

loksabha election banner

केंद्रीय संस्कृति मंत्री सुबह करीब 11 बजे माल रोड स्थित एएसआइ आफिस पहुंचे। यहां एएसआइ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने एएसआइ अधिकारियों के साथ पालिसी मैटर्स पर मंथन किया। स्मारकों के पास होने वाले अवैध निर्माणों पर की जाने वाली कार्रवाई के बारे में उन्होंने जानकारी की। केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि कोस मीनार क्या हैं? यह कब बनाई गई थीं? इनका उपयोग क्या था? कोस मीनार और ताजमहल समेत अन्य स्मारकों के संरक्षण के लिए क्या नियम हैं? इस पर एएसआइ अधिकारियों द्वारा उन्हें कोस मीनार के बारे में जानकारी दी गई। संरक्षित स्मारकों के लिए समान नियम होने की जानकारी देते हुए उन्हें बताया कि किसी भी संरक्षित स्मारक के 100 मीटर की परिधि में उत्खनन या निर्माण कार्य नहीं हो सकता है। 100 मीटर की परिधि के बाहर 200 मीटर की परिधि तक सक्षम अधिकारी की अनुमति प्राप्त कर काम कराया जा सकता है। ताजमहल और कोस मीनार के लिए समान नियम हैं। केंद्रीय मंत्री ने पर्यटकों को होने वाली परेशानियों व उनके निदान के बारे में भी जानकारी ली। उनके साथ चल रहे भाजपा नेताओं ने लपकों की वजह से पर्यटकों को परेशानी होने की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने लपकों के बारे में जानकारी की। उन्होंने एएसआइ अधिकारियों को कहा कि वो ब्रज में ही कुछ समय रहेंगे। यहां पेश आने वाली समस्याओं के निदान व पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने के लिए अधिकारी उनके नियमित संपर्क में रहें। उन्होंने एएसआइ के कार्यों, उसके समक्ष आने वाली चुनौतियों और स्टाफ के बारे में जानकारी की। महकमा स्टाफ की कमी से जूझ रहा है।

भाजपा ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री को उप्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश सह-प्रभारी बनाया है। पिछले दिनों उन्होंने मथुरा में भी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी। बैठक में अधीक्षण पुरातत्वविद् राजकुमार पटेल, निवर्तमान अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. वसंत कुमार स्वर्णकार समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.