कोहरा अभियान: बड़े काम के वाहन, इनकी भी सुनें, समझ़ें अपनी गाड़ी के सुरक्षा फीचर्स को Agra News
ऑटोमोबाइल सेक्टर की कई कंपनियां दे रहीं ध्यान। न करें बीप और अलर्ट को नजरअंदाज।
आगरा, जागरण संवाददाता। कार चलाने से पहले उसके सुरक्षा उपकरणों के इशारों को नजरअंदाज न करें। यह आपके लिए जानलेवा हो सकते हैं। कार निर्माता कंपनियां इस पर खास जोर दे रही हैं। अगर कार चलाने वाले भी इसके प्रति गंभीर हों तो हादसों की संख्या कम हो सकती है।
सड़क दुर्घटना में जिले में हर साल सैकड़ों लोगों की मौत होती है। इस पर लगाम लगाने के लिए ऑटोमोबाइल सेक्टर की कई कंपनियां इस पर खास ध्यान दे रही हैं। पुराने जमाने की बात अलग थी, लेकिन अब तकनीकी रूप से उन्नत किस्म के वाहन बाजार में हैं। इनमें लगाए गए फीचर सेफ ड्राइविंग के प्रति सचेत करते हैं। सामान्य तौर पर चालक इन सिक्योरिटी फीचरों का पालन नहीं करते। साइरन को रोकने के लिए उन्होंने अपने हिसाब से उनके तोड़ तलाश लिए हैं। इनको एक तरफ करके वे गाडिय़ां चलाते हैं। इसीलिए हादसा होने पर जान जाने का अधिक जोखिम रहता है।
कार सेल्स कंसल्टेंट अभिषेक कुमार का कहना है कि नए चार पहिया वाहनों में कई तरह के नए सिक्योरिटी फीचर आ रहे हैं। सुरक्षित सफर के लिए इनका प्रयोग करना चाहिए। इनकी वाहन खरीदते समय पूरी जानकारी भी कर लेनी चाहिए। कई लोग अंजाने में भी इनका प्रयोग नहीं करते। इससे हादसा होने पर जान जाती हैं।
कारों के प्रमुख सुरक्षा फीचर
सीट बेल्ट
ड्राइविंग और फ्रंट सीट के साथ-साथ पीछे की सीट पर बैठने वालों के लिए अब सीट बेल्ट लगाना जरुरी है। टक्कर की स्थिति में यह सवारों के शरीर को बांधे रखता है और गंभीर चोट नहीं लगती है। सीट बेल्ट नहीं लगाने पर कार अलार्म देने लगती है।
एयरबैग
हादसा होने के दौरान यह सुरक्षा फीचर सिर व शरीर के ऊपरी हिस्से पर चोट लगने से बचाता है। पहले दस लाख से ज्यादा की कीमत की गाडिय़ों में यह फीचर आता था। अब इससे कम कीमत की गाडिय़ों में भी दो एयरबैग आते हैं। तेज रफ्तार में टक्कर होते ही बैलून जैसे बैग खुलकर सीट पर बैठने वाले को कवर कर लेता है। महंगी गाडिय़ों पर छह एयरबैग तक आते हैं। यह तभी खुलता है जब आप सही तरह से सीट बेल्ट लगाए हों।
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस)
इसकी मदद से अचानक ब्रेक लगाने से गाड़ी फिसलती नहीं। चालक का स्टेयङ्क्षरग पर नियंत्रण भी बना रहे रहता है।
स्पीड अलर्ट सिस्टम
वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित रखने के लिए गाडिय़ों में स्पीड अलर्ट सिस्टम लगा रहता है। स्पीड अलर्ट सिस्टम का फायदा यह कि यदि गाड़ी 80 किमी की स्पीड क्रॉस करेगी तो कार में लगा डिवाइस बजने लगेगा।
रिवर्स पार्किंग अलर्ट
गाड़ी पार्क करते समय हादसे होने की आशंका रहती है। रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम कैमरे और सेंसर की मदद से चालकोंं को पीछे की जगह का पता बताते हैं। नए फीचर में कैमरे आपकी गाड़ी और पीछे वाले के बीच की दूरी भी इंडीकेट करता है।
फॉग लाइट
कोहरे दृश्यता शून्य होने पर वाहन नहीं चल पाते। सफेद लाइट कोहरे को नहीं चीर पाती है। इसके लिए बाजार में फॉग लाइट आती है। पीले रंग की यह लाइट कोहरे की चीरने में सक्षम होती है।