अंडरपाथ-वे के जलभराव ने ली महिला की जान
बरहन में दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पार करते समय बोधगया एक्सप्रेस की चपेट में आकर मौत पति देवर-देवरानी के साथ फीरोजाबाद जाते समय हुआ हादसा
जागरण टीम, आगरा। अंडरपाथ-वे के जलभराव ने महिला की जान ले ली। घुटनों तक जलभराव को देख महिला रेलवे ट्रैक पार कर रही थी तभी बोधगया एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। इसकी चपेट में आकर मौत के बाद स्वजन में कोहराम मच गया।
मथुरा के नंद नगरिया, मांट निवासी मुन्नीलाल मंगलवार तीसरे पहर 3:21 बजे अपनी पत्नी 50 वर्षीय राजकुमारी, छोटे भाई नेत्रपाल और उसकी पत्नी रेखा के साथ भतीजे अभिषेक की ससुराल ककरऊ कोठी, फीरोजाबाद में आयोजित भंडारे में शामिल होने जा रहे थे। एक बाइक पर मुन्नीलाल, राजकुमारी और दूसरी पर नेत्रपाल और रेखा थे। बरहन के नगला गोल पहुंचते ही झमाझम बारिश शुरू हो गई। यहां 300 मीटर लंबे अंडरपाथ-वे में घुटनों तक पानी भरा था। मुन्नीलाल तो निकल गए लेकिन नेत्रपाल की बाइक बंद हो गई। इस पर राजकुमारी व रेखा अंडरपाथ-वे के किनारे बनी पगडंडी के सहारे दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक को पार करने लगीं। रेखा तो निकल गई लेकिन राजकुमारी के रेलवे ट्रैक पर पहुंचते ही बोधगया एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। इसकी चपेट में आकर राजकुमारी की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे मायके पक्ष के लोग
राजकुमारी का मायका नगला गोल के समीप स्थित गाव एटा, जनपद फीरोजाबाद में है। यह गांव बरहन और फीरोजाबाद की सीमा से जुड़ा हुआ है। हादसे की सूचना पर उसके मायका पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए। राजकुमारी का मायका घटनास्थल से बमुश्किल तीन किलोमीटर दूर है। राजकुमारी के पांच बच्चों में 26 वर्षीय बेटी नीरज, 23 वर्षीय निरमेश, 18 वर्षीय रचना, 16 वर्षीय अरुण और 12 वर्षीय बेटा नितिन हैं। अंडरपाथ-वे से बारिश के दिनों में निकलना खतरनाक
एत्मादपुर-बरहन मार्ग स्थित नगला गोल में बनाए गए इस अंडरपाथ-वे से बारिश के दिनों में निकलना आसान नहीं है। यहां पांच फीट से भी अधिक पानी भर जाता है। इसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी मुश्किल होती है। एत्मादपुर से बरहन की दूरी 11 किलोमीटर है। इसका वैकल्पिक रासता मितावली, मड़ूकी, मुखबार, नगला रूध होते हुए हैं। यह रास्ता 14 किलोमीटर लंबा है। बारिश के सीजन में अंडरपाथ-वे में पानी भरने पर लोगों को तीन किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। दो माह पूर्व पांच फीट जलभराव में ट्रक फंस गया था। चालक इसमें डूब गया था। उसे बमुश्किल यहां से निकाला जा सका।