दो साल बीत गए सिर्फ जांच में, आगरा बीएसए कार्यालय में आग का रहस्य अब भी बरकरार
आठ अक्टूबर 2019 को दशहरा की रात जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय के एक कमरे में रहस्यमयी तरीके से आग लग गई थी। आग सिर्फ उस कमरे में लगी जहां फर्जीवाडे़ के मामले में आरोपित शिक्षकों के साथ अन्य शिक्षकों के कागजात रखे थे और उनकी जांच चल रही थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में लगी रहस्यमयी आग को पूरे दो साल बीत चुके है, लेकिन मामले में शुरू हुई पुलिस और प्रशासनिक जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है। सिर्फ औपचारिकता निभाकर प्रभावित परिसर सील करने की खानापूर्ति करके सभी मामले को भूल गए हैं।
स्थिति यह है कि एसीएम के निर्देश में जांच कर रही एडी बेसिक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी और खंड शिक्षाधिकारी नगर की टीम की जांच पूरी हुई है, न ही दर्जनों कर्मचारियों और लोगों से बयान लेने के बाद भी पुलिस ही आरोपितों तक पहुंच पाई है। बता दें कि आठ अक्टूबर 2019 को दशहरा की रात जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय के एक कमरे में रहस्यमयी तरीके से आग लग गई थी।
पहले दिन से ही उठे से सवाल
आग रहस्यमयी हालात में लगी थी क्योंकि आग सिर्फ उस कमरे में लगी, जहां फर्जीवाडे़ के मामले में आरोपित शिक्षकों के साथ अन्य शिक्षकों के कागजात रखे थे और उनकी जांच चल रही थी। आग में सिर्फ ही कागजात जले, बाकी परिसर कार्यालय सुरक्षित रहा। उक्त कमरे की खिड़की का शीशा भी टूटा मिला था। कार्यालय में चौकीदार मौजूद था, लेकिन आग कैसे लगी? यह खुद लगी या किसी ने लगाया? यदि किसी ने लगाया, तो आरोपित कौन थे? पहले दिन से यह यक्ष प्रश्न आज भी बरकार हैं। हालांकि पहले विभाग ने मामले को टरकाने के लिए शार्ट सर्किट से आग लगने की तहरीर दी थी, लेकिन मीडिया के प्रश्न उठाने के बाद मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
मामले में जांच जारी है, जिसे पूरा करने के लिए आग्रह किया जा रहा है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से अग्निकांड वाले परिसर को सील कर वहां सीसीटीवी कैमरे लगवा कर खिड़कियों को टीन की चादर लगवाकर बंद कर दिया है।
बृजराज सिंह, प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी