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    हादसे में 2 MBBS छात्रों की मौत: 12वीं में 95%, परिवार के लिए बेटे ने छोड़ा था लखनऊ का कॉलेज; Inside Story

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 09:14 AM (IST)

    नीट में 3900 रैंक लाने वाले, छात्रवृत्ति पर पढ़े मेडिकल छात्र सिद्ध का ताजगंज में अंतिम संस्कार हुआ। पिता राजेश अग्रवाल ने बताया कि बेटे ने परिवार के लिए राजधानी का कॉलेज छोड़ा था। रविवार को सड़क हादसे में सिद्ध और तनिष्ठ की मृत्यु हो गई थी। सिद्ध मेधावी छात्र थे, जिन्होंने 12वीं में 95% अंक प्राप्त किए थे। परिवार ने पुलिस जांच पर असंतोष जताया है।

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    मृत मेडिकल छात्रों के फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, आगरा। घर और परिवार नहीं छूटे, इसलिए बेटे ने राजधानी के मेडिकल कॉलेज का विकल्प छोड़ दिया था। वह परिवार के साथ रहना चाहता था। सोचा नहीं था बेटा इस तरह छोड़कर चला जाएगा। यह कहते हुए मेडिकल छात्र सिद्ध के पिता राजेश अग्रवाल फफक पड़े। बेटे का शव घर पहुंचते ही स्वजन बेसुध हो गए। घर में उनकी चीत्कार गूंजने लगी। आस पड़ोस के लोगों व रिश्तेदारों ने उन्हें ढांढस बंधाया। ताजगंज श्मशान घाट पर मेडिकल कालेज के छात्र का अंतिम संस्कार किया गया।

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    नीट में हासिल की थी 3900 रैंक, स्कालरशिप हासिल कर की पढ़ाई


    नेशनल हाईवे पर आएसबीटी के पास रविवार शाम हुए सड़क हादसे में विमल वाटिका कमला नगर निवासी कारोबारी राजेश अग्रवाल के बेटे व एसएन मेडिकल कालेज के एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र सिद्ध व तनिष्ठ पुत्र अरविंद गुप्ता निवासी आवास विकास कॉलोनी हरदोई की मृत्यु हो गई थी। 

    मेडिकल छात्र के शव का ताजगंज श्मशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार


    पोस्टमार्टम के बाद रविवार रात तनिष्ठ के शव को स्वजन हरदोई ले गए। सिद्ध का शव रात डेढ़ बजे विमल वाटिका स्थित आवास पर पहुंचा। बेटे का पहुंचे ही घर स्वजन की चीत्कार से गूंज उठा। पिता राजेश अग्रवाल के साथ ही मां नीरू अग्रवाल बेसुध हो गए। रिश्तेदार व आस पड़ोस के लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाया। पिता ने रोते हुए कहा कि घर न छूटे इसलिए बेटे ने लखनऊ के डॉ. राममनोहर लोहिया मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं लिया था। सोमवार सुबह छात्र के शव का अंतिम संस्कार ताजगंज श्मशान घाट पर किया गया।

    95 प्रतिशत अंक किए थे हासिल


    मृतक के तहेरे भाई सोहिल ने बताया कि सिद्ध मेधावी थे। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा उन्होंने सिकंदरा स्थित होली पब्लिक स्कूल से 95 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ उत्तीर्ण की। नीट की तैयारी कोचिंग सेंटर से स्कालरशिप लेकर की। पहली ही प्रयास में सिद्ध ने नीट में 3900 रैंक हासिल की थी। उन्होंने लखनऊ के डॉ. राममनोहर लोहिया मेडिकल कॉलेज का विकल्प मिला था। घर नहीं छोड़ने के कारण सिद्ध ने एसएन मेडिकल कालेज में प्रवेश किया था। सिद्ध पढ़ाई पर ध्यान देता था। वह बिना काम के घर से नहीं निकलता था।

    स्वजन में पुलिस की जांच को लेकर असंतोष दिखा। उन्होंने कहा कि 24 घंटे होने को हैं, पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि युवकों को टक्कर किस वाहन ने मारी।